अयोध्या: जिले के कैंट थाना क्षेत्र में पुलिस के स्थानीय एजेंट की मौत की गुत्थी सुलझ गई है. मामले में पुलिस ने चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है हत्या की वजह शख्स की खाली पड़ी हुई जमीन थी. घटनास्थल से पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार और शव को ठिकाने लगाने वाली कार को बरामद कर लिया है.
फैक्ट्री एरिया में मिला शव
मामला कैंट थाना क्षेत्र स्थित हसनू कटरा का है, जहां दिल्ली दरवाजा मोहल्ले में अतुल खरे अपने मकान में अकेले रहते थे और उनका परिवार लखनऊ में रहता था. पुलिस की मानें तो अतुल खरे स्थानीय स्तर पर पुलिस के एजेंट के रूप में काम करते थे. 1 जून को दोपहर करीब 3 बजे अतुल खरे घर से निकले और देर रात तक वापस नहीं आया. करीब रात 10 बजे परिजनों ने कैंट थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसके बाद से पुलिस ने परिजनों के साथ मिलकर अतुल की तलाश शुरू कर दी. इसके बाद मंगलवार सुबह शहर के फैक्ट्री एरिया में अतुल का अधजला शव बरामद किया गया.
जमीन के लालच में साथियों ने की हत्या
पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि मामले में मुख्य अभियुक्त शानू अतुल खरे के साथ रहता था. अतुल के पास काफी जमीन थी, जिसे वह बेच रहा था. वहीं सानू ने अतुल से मुफ्त में जमीन लिखने की मांग की, जिस पर अतुल ने मना कर दिया था. इसी बात को लेकर आदित्य उर्फ शानू ने अपने साथी राहुल, रामजीत और बृजपाल के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद शव को फैक्ट्री एरिया में जलाने का प्रयास किया, इस दौरान किसी की आहट देख अधजला शव कूड़े में फेंककर आरोपी मौके से भाग निकले थे.
अतुल खरे पुलिस के लोकल एजेंट थे. उनकी एक खाली जमीन थी, जिस पर आरोपियों की नजर थी. अतुल पर उसे बेचने का दबाव बनाया जा रहा था, लेकिन उन्होंने जमीन बेचने से मना कर दिया. इसके बाद मुख्य आरोपी आदित्य उर्फ शानू ने चार साथियों के साथ मिलकर अतुल खरे की हत्या कर दी.
आशीष तिवारी, एसएसपी