अयोध्या : जैन धर्म के प्रसिद्ध धर्मगुरु आचार्य लोकेश मुनि शुक्रवार काे अयाेध्या में थे. उन्हाेंने राम जन्मभूमि परिसर पहुंचकर रामलला के दर्शन किए. विश्व शांति और भारत के विश्व गुरु बनने की कामना की. इसके बाद उन्होंने प्रसिद्ध सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी जाकर बजरंग बली के सामने अर्जी लगाई. दर्शन-पूजन के बाद उन्हाेंने मीडिया से बातचीत की. जैन धर्मगुरु ने कहा कि जब जापान में रहने वाला हर नागरिक जापानी है, तो हिंदुस्तान में रहने वाले हर नागरिक काे हिंदू और हिंदुस्तानी क्यों न कहा जाए. हम सभी को मिलकर देश की तरक्की के लिए सोचना चाहिए, व्यर्थ के विवाद में समय बर्बाद नहीं करना चाहिए.
जैन धर्म गुरु आचार्य लोकेश मुनि ने स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम लिए बिना उन पर बड़ा कटाक्ष किया. कहा कि सांप्रदायिक कट्टरता लोकतंत्र की दुश्मन है. उन्होंने कहा कि उन्होंने ऐसे लोगों की सद्बुद्धि के लिए रामलला से प्रार्थना की है. कहा कि जाति-धर्म और पार्टी यह सब नंबर दो पर हैं, नंबर एक पर हमारा देश है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भारत में रहने वाला हर कोई हिंदू है. यही हमारा सांस्कृतिक और भौगोलिक और राष्ट्र वाचक शब्द है.आचार्य लोकेश मुनि ने रूस और यूक्रेन के युद्ध काे लेकर दाेनाें देशाें की आपसी बातचीत पर जाेर दिया. कहा कि दाेनाें में सहमति बनती है ताे तमाम बच्चे अनाथ होने और महिलाएं विधवा होने से बच जाएंगे. इस मामले में भी लोग भारत की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं.
आचार्य लोकेश मुनि ने तंज कसते हुए कहा कि जो लोग जाति और सांप्रदायिक विवाद पैदा कर रहे हैं, या ऐसा करने का प्रयास कर रहे हैं, उनके लिए प्रभु राम लला से और आदिनाथ भगवान से सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की है. ऐसे लाेगाें काे हम समझाएंगे कि जातिवादी और सांप्रदायिक खेमों में बंटने से देश का नुकसान होता है. यह देश को मजबूत करने के लिए कुछ कर गुजरने का समय है. भारत को महाशक्ति बनाने का समय आ गया है. इस समय मैं इसके लिए काम कर रहा हूं.
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