अयोध्या : राम नगरी के चहुंमुखी विकास के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर पालिका परिषद अयोध्या और नगर पालिका परिषद फैजाबाद का अस्तित्व समाप्त कर अयोध्या नगर निगम का गठन किया था. इसके बाद सीमा विस्तार के साथ ही बड़े पैमाने पर ग्रामीण क्षेत्रों को शहरी क्षेत्र में शामिल करते हुए नगर निगम का हिस्सा बना दिया गया. बीते वर्ष हुए परिसीमन में जिन 41 गांवों को नगर निगम का हिस्सा बनाया गया, वहां पर समुचित व्यवस्थाएं न होने और मनमाना टैक्स थोपने को लेकर वार्ड के लोग नाराज हैं.
पूर्व राज्य मंत्री ने लगाए आरोप
नगर निगम में शामिल 41 गांवों के लिए टैक्स का निर्धारण कर दिया गया है और अखबार में इसके लिए विज्ञापन भी दिया गया है. टैक्स निर्धारण के बाद सपा नेता व पूर्व राज्यमंत्री पवन पांडे भड़क उठे हैं. उनका कहना है 41 गांवों में अभी तक नगर निगम ने बिजली, पानी और सड़क की सुविधा तक नहीं दी है. इसके बावजूद टैक्स का निर्धारण कर दिया गया जो उचित नहीं है.
ये भी पढ़ें - अयोध्या में तबाही की आंधी, दो लोगों की मौत एक घायल
सपा ने आंदोलन की दी चेतावनी
पवन पांडे ने चेतावनी दी कि समाजवादी पार्टी अधिकारियों को ज्ञापन देगी और अगर अयोध्या नगर निगम एक हफ्ते के अंदर टैक्स निर्धारण वापस नहीं लेती है तो सपा सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगी.