अयोध्याः नये परिसीमन के बाद अयोध्या से सटे करीब 41 गांवों को नगर निगम में शामिल कर लिया गया है. इसकी जानकारी नगर आयुक्त विशाल सिंह चौहान ने दी है. साल 2017 में उत्तर प्रदेश में नई सरकार के गठन के साथ ही अयोध्या को नगर निगम का दर्जा मिल गया था. जिसके बाद फैजाबाद नगर पालिका और अयोध्या नगर पालिका को मिलाकर नगर निगम का गठन किया गया है.
कैबिनेट में प्रस्ताव पास होने के बाद शामिल किए गए गांव
पूर्व के प्रस्ताव के अनुसार शहर से सटी ग्राम सभाओं को नगर निगम में जगह नहीं मिली थी. जिसके बाद साल 2019 में प्रदेश सरकार के दखल पर नगर निगम प्रशासन ने शहर से सटे 31 ग्राम सभाओं के 41 राजस्व ग्रामों को नगर निगम की सीमा में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा था. साल 2019 के दिसंबर में हुई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को पास कर दिया गया.
नगर निगम की बढ़ी आबादी, क्षेत्रफल का हुआ विस्तारसूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब नगर निगम में 3.26 लाख की आबादी बढ़ गई है. वहीं भौगोलिक इलाके में परिवर्तन की बात करें, तो 54.02 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल का विस्तार भी हुआ है. अभी तक नगर निगम की आबादी 2.21 लाख थी. लेकिन नये परिसीमन के बाद ये बढ़ गयी है. नगर निगम का दायरा बढ़ने के साथ जिम्मेदारियां भी बढ़ गई हैं. अयोध्या नगर निगम के क्षेत्रफल और आबादी बढ़ने के साथ ही इसकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी नये शामिल किये गये गांवों में मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराना है.
इन गांवों को किया गया है शामिलअयोध्या नगर निगम में शामिल किए गए 41 गांवों में शहनवाजपुर, जीयनपुर, माझा बरहटा, आसिफ बाग, पाठकपुर, हैबतपुर, माझा शाहनवाजपुर, मख्खापुर, रानोपाली, तकपुरा, आशापुर, देवकाली, समसुद्दीनपुर, मिर्जापुर माफी, धर्मपुर, जनौरा, बछड़ा सुलतानपुर, चांदपुर हरबंस, डाभासेमर, गोपालपुर, हाजीपुर, मलिकपुर गंजा, पूरे हुसैन, बनवीर पुर सहित कई गांव शामिल हैं. इन 41 गांव में कई गांव तो ऐसे हैं जो बिल्कुल शहरी आबादी से घिरे हैं. लेकिन कागजी दांव-पेंच की वजह से अभी तक इन्हें नगर निगम में शामिल होने का दर्जा नहीं मिला था.
जल्द ही इन गांवों के विकास का खाका होगा तैयारनगर आयुक्त विशाल सिंह चौहान के मुताबिक पंचायती राज विभाग का डी नोटिफिकेशन जारी हो चुका है. सभी गांवों को नगर निगम में शामिल कर लिया गया है. अब परिसीमन के बाद इन गांवों का नगर निगम स्तर पर विकास किया जाएगा.