अयोध्या: रामनगरी में बन रहे मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट से घरेलू उड़ाने शुरू करने की योजना अंतिम चरण में है. एयरक्राफ्ट की लैंडिंग और टेकऑफ के लिए बनाए जाने वाले रनवे का कार्य पहले ही पूर्ण हो गया था. वहीं, अब यात्रियों के आगमन और प्रस्थान को लेकर बनाई गई टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण भी पूरा हो गया है और फिनिशिंग का काम बाकी है. दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक योजना है कि एयरपोर्ट निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाए. इसके बाद उड़ाने शुरू करने को लेकर तैयारी की जा रही है. बता दें कि 22 जनवरी को प्रस्तावित भगवान श्रीराम के मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर एयरपोर्ट का निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है.
11 नवंबर 2023 की तारीख मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट के लिए एक यादगार दिन की तरह रही. बीते 11 नवंबर को जब अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित हुआ था, उस समय अपने काल्पनिक पुष्पक विमान के रूप में एक हेलीकॉप्टर से भगवान राम भाई लक्ष्मण, माता सीता और हनुमान का रूप धरे स्वरूपों ने हेलीकॉप्टर से इसी एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी और अयोध्या के सरयू तट के किनारे बने अस्थाई हेलीपैड पर यह काल्पनिक पुष्पक विमान उतरा था. जहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी का स्वागत करते हुए भगवान राम का राजतिलक किया था. इन तस्वीरों को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट के सोशल मीडिया पेज पर अपडेट किया गया था. ऐसे में अघोषित रूप से इस एयरपोर्ट से भगवान राम का स्वरूप अपने भक्तों की यात्रा शुरू करने से पहले ही उड़ान भर चुका है.
जानिए कब से शुरू हो सकती हैं अयोध्या एयरपोर्ट से उड़ानें
इस एयरपोर्ट से फ्लाइट का संचालन करने के लिए इंडिगो, विस्तारा, एयर एशिया जैसी कंपनियों ने लाइसेंस प्रक्रिया में भाग लिया है. उम्मीद जताई जा रही है कि दिसंबर के आखिरी सप्ताह या जनवरी के पहले सप्ताह से घरेलू उड़ाने शुरू हो जाएंगी. पहले चरण में देश के महानगरों में दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु जैसे शहरों के लिए उड़ाने शुरू करने की योजना है. सब कुछ योजनाबद्ध तरीके से चला रहा तो उम्मीद जताई जा रही है कि दिसंबर के आखिरी सप्ताह या जनवरी के पहले सप्ताह से उड़ाने शुरू की जा सकती हैं. अयोध्या के मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट से सबसे पहले एटीआर विमान उड़ाने की योजना है.
जानिए अब तक हुए हैं क्या-क्या कार्य
एयरपोर्ट निदेशक विनोद कुमार ने बताया एयरपोर्ट का निर्माण कार्य तीन फेजों में किया जाना है. इस के लिए कुल 821 एकड़ भूमि अर्जन का शत प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है. इसी के साथ ही एयरपोर्ट के फेज वन के रनवे का कार्य भी शत प्रतिशत पूर्ण है. नाइट लैंडिंग, कोहरे और धुंध में लैंडिंग के लिए कैट वन एवं रेसा सुविधाओं का कार्य भी शत प्रतिशत पूर्ण हो गया है. एटीसी टॉवर का भी शत प्रतिशत कार्य पूर्ण है. एयरपोर्ट के संचालन को लेकर आने वाली रुकावटों को दूर कर दिया गया है. भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण के एयरक्राफ्ट द्वारा एयरपोर्ट के परिचालन से पूर्व एयरपोर्ट पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) में शामिल विभिन्न घटकों यथा लोकलाइजर, ग्लाइड पथ, मार्कर, डीएमई का कैलिब्रेशन भी किया जा चुका है.
एक एप्रेन (चार एयरक्राफ्टों के पार्किंग की सुविधा) का शत प्रतिशत कार्य पूर्ण है और दूसरे एप्रेन (चार एयरक्राफ्टों की पार्किंग की सुविधा) के कार्य को तेजी से किया जा रहा है. एयरपोर्ट परिचालन के सभी मानकों को पूरा करते हुए इसी कैलेंडर वर्ष में एयरपोर्ट का संचालन प्रारंभ कर दिए जाने की योजना है.
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