अयोध्याः धर्मनगरी में राम मंदिर निर्माण के दो वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में दिवाली जैसा माहौल रहा. रात होते ही मंदिरों में दीप जलाकर संतों ने दिवाली मनाई. कामना की गई कि रामलला जल्द ही मंदिर में विराजमान हों. अयोध्या के प्रमुख सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी में असंख्य दीप प्रज्ज्वलित किए गए.
हनुमानगढ़ी के प्रमुख पुजारी वरिष्ठ संत राजू दास के नेतृत्व में हनुमानगढ़ी के नागा संतो ने बजरंगबली के दरबार को दीपों से सजा दिया. पूरे परिसर में हजारों दीपक जलाकर संतों ने खुशी जाहिर की. इसके अतिरिक्त अयोध्या के कई अन्य मंदिरों में भी दीपोत्सव जैसा माहौल रहा.
भगवान की विशेष आरती उतारी गई. कई दशकों से राम मंदिर आंदोलन का केंद्र बिंदु रहा कारसेवक पुरम परिसर भी दीपों की रोशनी से जगमगा उठा. विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा के मुताबिक 5 अगस्त 2020 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या के रामलला का दर्शन किया था और राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया था. आज 2 वर्ष पूरे होने पर भगवान राम का मंदिर निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है. लगभग 40% निर्माण कार्य पूरा हो गया है. राम लला की कृपा से आने वाले वर्ष के अंत तक रामलला का गर्भ ग्रह बनकर तैयार हो जाएगा. इसी मनोकामना को लेकर आज राम भक्तों ने खुशी जाहिर की है और दीप जलाए हैं.
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