अयोध्याः सुप्रीम कोर्ट में श्री राम जन्मभूमि मामले की सुनवाई बुधवार को पूरी हुई. इस दौरान सुन्नी वक्फ बोर्ड के एडवोकेट राजीव धवन का गुस्सा जगजाहिर हो गया. उनकी झल्लाहट इस कदर बढ़ गई कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सामने ही सुनवाई के दौरान हिंदू पक्षकार की ओर से पेश किए गए श्री रामलला के नक्शे को फाड़ दिया. इस पर सीजेआई नाराज हो गए.
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए अयोध्या से बाबरी मस्जिद के मुद्दई इकबाल अंसारी ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कहा कि उन्होंने जो किया है, वह कार्ट के अंदर हुआ है. ये पब्लिक के बीच का मामला नहीं है. उन्होंने कहा कि कोर्ट के अंदर जो कुछ भी हुआ, उसका जिम्मेदार कोर्ट रहता है. वहां पर वकील होते हैं. सामने जज साहब होते हैं. वहां पर जो कुछ भी हुआ उसका फैसला जज करेंगे. राजीव धवन ने नक्शा फाड़ा, इस पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार करते हुए बाबरी मस्जिद के मुद्दई इकबाल अंसारी ने कहा कि ये कोर्ट के अंदर का मामला है.
'जो भी हुआ फैसला चीफ जस्टिस करेंगे'
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट के अंदर क्या हुआ, इस बारे में हमें पूरी जानकारी नहीं है. सूत्रों ने जो बताया और खबरों के मुताबिक, जो मामला हमें पता चला है, उससे हम यह कह सकते हैं कि सुन्नी वक्फ बोर्ड के एडवोकेट राजीव धवन ने आज जो सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस के सामने किया. वह एकदम गलत है और इसका फैसला भी चीफ जस्टिस ही लेंगे. चीफ जस्टिस के ऊपर निर्भर करता है कि वह अपनी सुन्नी वक्फ बोर्ड की तरफ से राजीव धवन को एडवोकेट के तौर पर रखते हैं या निकाल देते हैं या फिर उनको सजा देते हैं.
'सुप्रीम कोर्ट का फैसला होगा सर्वमान्य'
इकबाल अंसारी ने कहा कि चीफ जस्टिस जो कहेंगे हम वह मानेंगे. वहीं सुप्रीम कोर्ट के अलग से कुछ मान्य न करने के फैसले पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो कहा है ठीक ही कहा है कि अब इस मामले में अलग से कुछ भी मान्य नहीं होगा. साथ ही इकबाल अंसारी ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट राम मंदिर को लेकर जो भी निर्णय करेगा, वह सर्वमान्य होगा.