अयोध्याः अयोध्या के पर्यटन विकास को समुचित तरीके से विकसित करने के लिए सरकार ने अयोध्या विकास प्राधिकरण का सीमा विस्तार कर दिया है. शुक्रवार शाम कैबिनेट की मुहर लगने के बाद अब अयोध्या विकास प्राधिकरण में अयोध्या नगर निगम के क्षेत्र के साथ-साथ गोंडा जिला और बस्ती जिले की एक-एक तहसीलों को मिलाकर 343 गांव सम्मिलित कर लिए गए हैं. विस्तार के बाद अयोध्या नगर निगम क्षेत्र से आठ किलोमीटर आगे अयोध्या विकास प्राधिकरण का क्षेत्र माना जाएगा.
कैबिनेट की मुहर के बाद संत प्रसन्न
इसके लिए बकायदा कागजी कार्रवाई शासन को भेज दी गई थी, जिस पर शुक्रवार शाम कैबिनेट की मुहर लगने के बाद संत प्रसन्न हैं. अयोध्या विकास प्राधिकरण के सचिव का कहना है कि जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या में आकर राम जन्मभूमि परिसर में राम मंदिर की आधारशिला रखी है तब से अयोध्या में पूरे देश के अलग-अलग राज्यों से जमीन की मांग बढ़ गई है. इसी को देखते हुए किसी गलत तरीके से विकास नहीं हो, न ही किसी तरीके का अवैध निर्माण हो सके इसके लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण का सीमा विस्तार किया गया है.
सरयू पार भी सीमा विस्तार
सीमा विस्तार अयोध्या नगर निगम सीमा क्षेत्र से 8 किलोमीटर आगे नदी के उस पार गोंडा जिले के तरबगंज तहसील और बस्ती जिले के हरैया तहसील के गांवों को अयोध्या विकास प्राधिकरण के अंदर लाया गया है. फ्राड की घटनाओं को रोकने के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण विकास क्षेत्र का सीमा विस्तार कर रहा है.
जमीनों की बढ़ी है मांग
अयोध्या विकास प्राधिकरण का कहना है कि जब से जमीनों की मांग अयोध्या में बढ़ी है. तब से अयोध्या के अंदर जमीनों को लेकर फ्राड की घटनाएं भी बढ़ रही हैं. जिसको रोकने के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण विकास क्षेत्र का सीमा विस्तार किया गया है. अयोध्या विकास प्राधिकरण के सीमा विस्तार का सबसे बड़ा लाभ उन लोगों को मिलेगा जिनकी इच्छा अयोध्या में अपने आवास का है.
आसानी से मिलेगी जमीन
अयोध्या विकास प्राधिकरण के सीमा विस्तार की वजह से लोगों को रहने के लिए आवास की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी. यही नहीं वह वाणिज्य संस्थान जो अयोध्या में अपना बिजनेस करना चाहते हैं उनको भी आसानी से जमीन उपलब्ध हो सकेगी. होटल, धर्मशाला, अस्पताल और स्कूल के लिए भी आसानी से जमीन उपलब्ध हो सकेगी.
मास्टर प्लान 2031 में
अयोध्या विकास प्राधिकरण के विकास क्षेत्र का सीमा विस्तार का बाकायदा नक्शा भी तैयार किया चुका है. माना जा रहा है कि मास्टर प्लान 2031 में बहुत सारी चीज प्रभावी ढंग से देखने को मिलेगी. वहीं अयोध्या विकास प्राधिकरण के सीमा विस्तार से संत समाज भी और व्यापारी समाज भी खुश हैं. संत समाज का कहना है कि जितना अयोध्या का सीमा विस्तार हुआ है उससे विकास क्षेत्र का सीमा विस्तार होगा. उतना ही अयोध्या का पर्यटन विकास भी होगा और नदी के उस पार भी गोंडा जिले और बस्ती जिले को भी विकास का लाभ मिलेगा.
श्रीरामवल्लभा कुंज के प्रमुख और नित्य सरयू महाआरती के संरक्षक अध्यक्ष पंडित स्वामी राजकुमार दास का कहना है कि अयोध्या का ऐसा समुचित पर्यटन विकास हो रहा कि भक्तों को उनके आराध्य की नगरी आकर प्रसन्नता का अनुभव होगा. वहीं आरती समिति के अध्यक्ष शशिकांत दास ने प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया है.