लखनऊ : 98 प्रतिशत मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया में सरकार महाकुंभ के निमंत्रण के लिए रोड शो करने जा रही है. सरकार की इस नीति पर विपक्षी दल सवाल उठा रहे हैं. सरकार विदेश में रोड शो कराने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जाने हैं. इस संबंध में सरकार का कहना है कि मुस्लिम देश होने के बावजूद वहां रामलीला का मंचन होता है. प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होना है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शुक्रवार को आयोजित हुई मंत्री परिषद की बैठक में कई अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी गई थी. इनमें महाकुंभ 2025 के लिए देश के बड़े शहरों और विदेशों में भव्य रोड शो के आयोजन के प्रस्ताव को सरकार ने मंजूर कर लिया था. इसके अलावा महाकुंभ के लिए 220 वाहनों की खरीद का रास्ता भी साफ हो गया था.
कैबिनेट मंत्री एके शर्मा ने मीडिया को बताया कि प्रयागराज महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में आयोजित हो रहा है. भारत के अंदर नई दिल्ली, मुम्बई पुणे, जयपुर, हैदराबाद, तिरुवनंतपुरम, अहमदाबाद, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, गुवाहाटी, देहरादून, भोपाल, चंडीगढ़ और पटना जैसे शहरों में रोड शो का आयोजन होगा. इसके अलावा विदेश में नेपाल, थाईलैंड, इंडोनेशिया और मॉरिशस के साथ ही कई अन्य राष्ट्रों में भी रोड शो होगा. रोड शो का खर्च भी नगर विकास विभाग वहन करेगा. प्रत्येक शहर में रोड शो पर 20 से 25 लाख रुपये का खर्च आएगा. फिक्की और सीआईआई को इस रोड शो में पार्टनर बनाया जाएगा.
220 वाहनों की खरीद करेगी सरकार : महाकुंभ के लिए सरकार ने 220 वाहन खरीदने का फैसला लिया है. इसके लिए 27.48 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इनमें 40 महिन्द्रा बोलेरो नियो, 160 बोलेरो बी6 बीएसवीआई और 20 बसों की खरीद की जाएगी.
मुस्लिम देश इंडोनेशिया में रोड शो से सरकार पर सवाल : मुस्लिम देश में इंडोनेशिया में हिंदुओं की आबादी मात्र एक प्रतिशत है. चार दिनों की आबादी यहां लगभग 98% है. ऐसे में इंडोनेशिया में लाखों रुपये लगाकर रोड शो करने को लेकर सवाल उठ रहे हैं. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद का कहना है कि निश्चित तौर पर महाकुंभ के नाम पर भी यह सरकार शाहखर्ची करने पर आमादा है.
ऐसे देश में जहां हिंदू आबादी नहीं है वहां रोड शो करा कर सरकार किसको बुलाना चाह रही. दूसरी ओर सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना का कहना है कि इंडोनेशिया में भले ही आबादी मुसलमान 98% हूं, मगर आज भी वहां रामलीला होती है और वहां के लोग अपने आप को भगवान राम का वंशज मानते हैं. इसलिए वहां रोड शो करना सार्थक होगा.