अयोध्या : धर्मनगरी में 11 नवंबर को फिर से भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम के जरिए नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है. इस बार जनपद में कुल 24 लाख दीपक जलाने का लक्ष्य रखा गया है. अगले वर्ष जनवरी में भगवान राम के नवनिर्मित मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है. भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे. इसे लेकर तैयारियां चल रहीं हैं. अभी तक रामलला अपने अस्थायी मंदिर में विराजमान होते आए हैं. इसे देखते हुए इस बार के दीपोत्सव को खास बनाने की तैयारी है. मुख्य आयोजन स्थल राम की पैड़ी से लेकर शोभायात्रा मार्ग को बेहतरीन तरीके से सजाया जा रहा है. आयोजन को और भव्य बनाने के लिए घाट का विस्तार भी किया गया है.
इससे पहले के दीपोत्सव भी हो रहे हैं भव्य : योगी आदित्यनाथ जब से यूपी के सीएम बने तब से उन्होंने अयोध्या में दीपोत्सव महोत्सव की परंपरा की शुरुआत कराई. साल 2017 में डॉ. राम मनोहर लोहिया के तत्कालीन कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित ने विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ राम की पैड़ी पर 1.82 लाख दीये जलाकर एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की कोशिश की. कुछ तकनीकी खामियों से यह सपना पूरा नहीं हो सका. इसके बाद वर्ष 2018 में दिव्य दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन हुआ. पर्यटन विभाग, सूचना विभाग समेत जिला प्रशासन को इसकी जिम्मेदारी सौंपी. शासन प्रशासन और विश्वविद्यालय ने मिलकर 2018 में राम की पैड़ी पर 3 लाख 01 हजार दीये जलाकर कीर्तिमान बनाया. पहली बार राम नगरी को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड मिला. इसके बाद 2019 में 4 लाख 4 हजार, 2020 में 6 लाख 6 हजार, 2021 में 9 लाख 41 हजार दीप जलाए गए. इस बार फिर से नया कीर्तिमान बढ़ाने की तैयारी है.
एमपी सरकार भी बना चुकी है रिकॉर्ड : मध्य प्रदेश की शिवराज चौहान सरकार ने मार्च 2022 में शिप्रा नदी के तट पर सबसे अधिक दीप जलाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था. शिवराज चौहान सरकार ने बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन के शिप्रा नदी के तट पर एक दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन कराया था. महाशिवरात्रि के मौके पर शिप्रा नदी के तट पर 11 लाख 71 हजार दीये जलाए गए थे. इसके आठ महीने बाद 23 अक्टूबर 2022 को अयोध्या में एक बार फिर से दीपोत्सव का भव्य आयोजन हुआ. इस बार 15,76000 से अधिक दीप जलाकर रामनगरी अयोध्या ने एक और बड़ा वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया. खास बात यह रही कि इस आयोजन में स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहे. इस बार फिर से अयोध्या में रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी है.
पीएम और राष्ट्रपति भी हो सकते हैं शामिल : इस बार के दीपोत्सव में दीपोत्सव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आने के कयास हैं. नगर निगम के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने कहा कि यह उत्सव अयोध्या के जन-जन का उत्सव है. भगवान राम के अयोध्या वापसी से उल्लास है. इसलिए प्रशासन का हर अमला इस उत्सव की भव्यता को बढ़ाने में जुटा हुआ है .हम पूरी तैयारी के साथ इस बार के आयोजन को और भव्य रूप देंगे. वहीं जगतगुरु रामानंदाचार्य रामदिनेशाचार्य महाराज ने कहा कि दीपावली के पर्व का प्रारंभ ही अयोध्या है. यहीं से इस पर्व की शुरुआत हुई. ऐसे में इस पर्व की भव्यता दिन प्रतिदिन वर्ष दर वर्ष बढ़ रही है. यह प्रसन्नता का विषय है इस बार का आयोजन और भव्य हो इसके लिए संत समाज ही पूरी तैयारी से जुटा हुआ है.
25000 वालंटियर जलाएंगे 24 लाख दीपक : अयोध्या में 11 नवम्बर को आयोजित दीपोत्सव को लेकर तैयारियां तेज कर दी गईं हैं. इस बार अयोध्या के राम की पैड़ी पर 24 लाख दीपक जलाए जाएंगे. जिसको लेकर अवध विश्वविद्यालय के 25000 वालंटियर तैयार किए जा रहे हैं. बीते 7 वर्षों से अवध विश्वविद्यालय के वालंटियर राम की पैड़ी पर दीपोत्सव के दौरान नया कीर्तिमान स्थापित करते हैं. दीपोत्सव के नोडल अधिकारी प्रो संत शरण मिश्र ने बताया कि राम की पैड़ी पर रिकॉर्ड बनाने के लिए 21 लाख दिए जलाने का लक्ष्य रखा गया है जिसके सापेक्ष 24 लाख दिए जलाए जाएंगे ताकि एक बार फिर राम की पैड़ी पर रिकॉर्ड बन सके.
ई-दीपोत्सव प्रसाद मोबाइल एप्लीकेशन की लांचिंग जल्द : मण्डलायुक्त/अध्यक्ष गौरव दयाल की अध्यक्षता में अयोध्या संरक्षण एवं विकास निधि समिति की बैठक मण्डलायुक्त कार्यालय में हुई. समिति द्वारा अयोध्या में दीपोत्सव के आयोजन को लेकर चर्चा की गई. इसके अलावा ई-दीपोत्सव प्रसाद मोबाइल एप्लीकेशन के बारे में भी बताया गया. अयोध्या संरक्षण एवं विकास निधि समिति द्वारा भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र पर आधारित म्युजिकल एलबम बनाए जाने के संबंध में विचार किया गया. मण्डलायुक्त ने म्यूजिक एलबम निर्माण में जिलाधिकारी संतकबीरनगर महेंद्र सिंह तंवर एवं प्रसिद्ध साहित्यकार यतीन्द्र मोहन मिश्र एवं अन्य प्रमुख साहित्यकारों से भी सहयोग लिए जाने के लिए कहा. बैठक में उपाध्यक्ष अयोध्या विकास प्राधिकरण/नगर आयुक्त श्री विशाल सिंह, मुख्य कोषाधिकारी ममता सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी श्री सितांशु पांडेय, उपनिदेशक पर्यटन श्री राजेन्द्र प्रसाद यादव सहित अन्य सदस्य शामिल रहे.
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