अयोध्या: योगी सरकार आने के बाद अयोध्या में दीपावली के मौके पर होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम पर कोरोना का ग्रहण नहीं लगेगा. प्रदेश सरकार ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित करने की योजना तय कर ली है.
23 अक्टूबर को होगी बैठक
इस आयोजन के संबंध में 23 अक्टूबर को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन होगा. इसमें इस आयोजन से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों और उन प्राइवेट संस्थाओं के पदाधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया है, जिन्होंने बीते 3 वर्षों में इस आयोजन को भव्यता देने में अपनी अहम भूमिका निभाई है. बैठक में आयोजन को भव्यता देने के लिए विभागों और संस्थाओं के सदस्यों को सुझाव दिया जाएगा, इसके अतिरिक्त उन्हें जिम्मेदारियां भी दी जाएंगी.
चौथी बार आयोजित होगा भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम
वर्ष 2017 से लगातार अयोध्या में सरयू तट के किनारे राम पैड़ी परिसर में होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम का यह चौथा वर्ष होगा. पूर्व के वर्षों में इस आयोजन में चार दिनों तक पूरी अयोध्या को भव्य रूप से सजाया जाता है. जगह-जगह पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है. मुख्य कार्यक्रम के दिन भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है. इसके बाद देर शाम सरयू तट के किनारे लाखों दीपों की श्रृंखला जलाई जाती है. इस वर्ष भी कुछ इस तरह का आयोजन करने की योजना प्रदेश सरकार ने तय की है.
इस बार बेहद भव्य होगा दीपोत्सव कार्यक्रम
हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते इस बार इस आयोजन का स्वरूप किस तरह का होगा यह घोषणा अभी नहीं की गई है. इतना तो तय है कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण शुरू होने के साथ ही इस बार का दीपोत्सव कार्यक्रम बेहद खास होगा. इसके लिए योगी सरकार ने जोर-शोर से तैयारियां शुरू कर दी हैं.
इस बार का कार्यक्रम प्रदेश सरकार के लिए बड़ी चुनौती
भले ही प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हो गई हो, लेकिन फिर भी इस बेहद जानलेवा वायरस का खतरा अभी टला नहीं है. इसे लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पूरे देशवासियों को आगाह किया है कि कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम का सफल आयोजन प्रदेश की योगी सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती की तरह है.