अयोध्या: पूरे जिले में राम विवाह की भव्य तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. श्रीराम समेत सभी भाइयों को संगीत कार्यक्रम के बीच अयोध्या के मंदिरों में सीता-राम विवाह उत्सव के अवसर पर हल्दी लगाया गया. इसके बाद रामलीला के मंचन में मंत्रार्थ मंडपम में धूमधाम से सीता स्वयंवर हुआ, जिसमें भगवान श्रीराम ने शिव धनुष को तोड़ा. इसके साथ ही मण्डपम के साथ ही कनक भवन, रंगमहल, दशरथ महल, जानकी महल, विअहुति भवन सहित 10 मंदिरों से अभी कुछ ही घंटे में भगवान श्रीराम की बारात धूमधाम से निकलेगी, जो देर रात मंदिरों में वापस पहुंचेगी. इसके बाद पूरी रात राम विवाह की रस्म अदायगी होगी.
अयोध्या में भगवान श्रीराम श्री जानकी के विवाह का आनंद कण-कण में समाया हुआ है. स्वामी राम हर्षण दास की तपोभूमि मंत्रार्थ मंडपम में इस उत्सव का आनंद कुछ अलग ही है. यहां शिव संहिता के आधार पर सीता-राम विवाहोत्सव मनाया जा रहा है. मंदिर के संत प्रसिद्ध कथा वाचक मणिराम दास महाराज ने बताया कि मंदिर में भगवान को हल्दी लग गई है. शिव धनुष टूट चुका है. अब से कुछ ही घंटों में भगवान श्रीराम चारों भैया की बारात धूमधाम से नगर भ्रमण के लिए निकलेगी, जो वापस मंदिरों में आकर राम विवाह आरंभ होगा और पूरी रात चलेगा.
इन दस मंदिरों से निकलेगी राम बारात
राम बारात कनक भवन, रंगमहल, दशरथ महल, विअहुति भवन, जानकी महल, कोहबर भवन आदि 10 मंदिरों से हाथी-घोड़े व रथों पर राम बारात निकलेगी और नगर भ्रमण करेगी. बारात का लव-कुश मंदिर, अशर्फी भवन चौराहा, राजगोपाल मंदिर के सामने सहित कई स्थानों पर आरती कर स्वागत किया जाएगा.
इन मंदिरों में होगा विवाह का उत्सव
श्रीरामवल्लभाकुंज, लक्ष्मण किला आदि कई ऐसे मंदिर हैं, जहां सीताराम विवाह का उल्लास पूरी रात रहेगा. हालांकि इन मंदिरों से राम बारात निकलने की परंपरा नहीं है. श्रीरामवल्लभाकुंज के प्रमुख स्वामी राजकुमार दास ने बताया कि मंदिर में शाम आठ बजे के बाद सीताराम विवाह का उत्सव मनेगा. इसके लिए मंडप तैयार हो चुका है.