अयोध्या: सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने अयोध्या में मस्जिद बनाने के लिए इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन मस्जिद ट्रस्ट का गठन किया है. बोर्ड के ट्रस्ट गठन का रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा है कि जैसे ट्रस्ट गठित कर राम जन्म भूमि पर मंदिर बन रहा है, वैसे ही सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड भी अपनी जमीन पर निर्माण कार्य करे. वहीं उन्होंने वक्फ बोर्ड को बाबर के नाम पर मस्जिद न बनाने के लिए आगाह किया है.
अयोध्या: आचार्य सत्येंद्र दास ने दिया विवादित बयान
यूपी के अयोध्या में मिली 5 एकड़ जमीन पर मस्जिद बनाने के लिए ट्रस्ट गठन का रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने स्वागत किया है. साथ ही उन्होंने इस संबंध में एक विवादित बयान भी दिया.
रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास.
अयोध्या: सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने अयोध्या में मस्जिद बनाने के लिए इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन मस्जिद ट्रस्ट का गठन किया है. बोर्ड के ट्रस्ट गठन का रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा है कि जैसे ट्रस्ट गठित कर राम जन्म भूमि पर मंदिर बन रहा है, वैसे ही सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड भी अपनी जमीन पर निर्माण कार्य करे. वहीं उन्होंने वक्फ बोर्ड को बाबर के नाम पर मस्जिद न बनाने के लिए आगाह किया है.
विवादित ढांचे जैसा होगा हाल
मुस्लिम पक्ष को मिली 5 एकड़ की जमीन पर रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि वक्फ बोर्ड जमीन पर मस्जिद, स्कूल, हॉस्पिटल कुछ भी बनवाने के लिए स्वतंत्र है. आचार्य ने कहा कि बस बाबर के नाम पर अयोध्या में मस्जिद नहीं बननी चाहिए. आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि अगर बाबरी के नाम से मस्जिद बनाई जाती है, तो उसका भी वही हाल होगा, जो विवादित ढांचे का हुआ था.
विवादित ढांचे जैसा होगा हाल
मुस्लिम पक्ष को मिली 5 एकड़ की जमीन पर रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि वक्फ बोर्ड जमीन पर मस्जिद, स्कूल, हॉस्पिटल कुछ भी बनवाने के लिए स्वतंत्र है. आचार्य ने कहा कि बस बाबर के नाम पर अयोध्या में मस्जिद नहीं बननी चाहिए. आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि अगर बाबरी के नाम से मस्जिद बनाई जाती है, तो उसका भी वही हाल होगा, जो विवादित ढांचे का हुआ था.