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पीएम मोदी के स्वागत के लिए तैयार है रामनगरी: आचार्य सत्येंद्र दास

श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला के भव्य मंदिर निर्माण की तैयारी लगभग पूरी होने के बाद ट्रस्ट दूसरी बैठक करने जा रही है. 18 मई को होने वाली इस बैठक में राम मंदिर की आधारशिला के लिए प्रधानमंत्री मोदी को आमंत्रित करना मुख्य विषय होगा. साथ ही ट्रस्ट के सदस्य मंदिर निर्माण की शुरुआत की तिथि पर भी चर्चा करेंगे.

आचार्य सत्येंद्र दास.
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Published : Jul 17, 2020, 2:06 PM IST

Updated : Jul 17, 2020, 3:31 PM IST

अयोध्या: राम मंदिर की आधारशिला रखने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शीघ्र आमंत्रित करने की योजना बना रहा है. ट्रस्ट की दूसरी बैठक में मुख्य रूप से इस विषय पर चर्चा होनी है. वहीं पीएम मोदी के अयोध्या आगमन को लेकर रामनगरी के प्रमुख संतों में उत्साह है. संतों ने कहा है कि प्रधानमंत्री अपना संकल्प पूरा कर चुके हैं. अब रामनगरी प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए आतुर है.

जानकारी देते आचार्य सत्येंद्र दास.

रामनगरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर संत महंत और धर्माचार्य उत्साहित हैं. रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का कहना है 18 जुलाई को होने वाली बैठक में ट्रस्ट राम मंदिर की आधारशिला के लिए प्रधानमंत्री मोदी को शीघ्र आमंत्रित करने की योजना बनाई जा रही है. संत्येंद्र दास ने कहा कि अयोध्या के संतों की बहुत पहले से ही पीएम मोदी को आधारशिला पर बुलाने की मांग है. राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर के निर्माण के लिए ट्रस्ट जो भी निर्णय लेता है. संत समाज उसका समर्थन करेगा. उन्होंने कहा कि राम नगरी में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हैं.

मुख्य बैठक से पहले सर्किट हाउस में ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बैठक का एजेंडा तय किया. यह एक अनौपचारिक बैठक थी. इस बैठक में मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा मौजूद रहे. बैठक के बाद ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि अब राम मंदिर के भूमि पूजन और आधारशिला के आयोजन में प्रधानमंत्री मोदी के आगमन को लेकर अंतिम रूप से चर्चा की जाएगी. वहीं कयास लगाए जा रहे हैं कि श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि पर राम मंदिर का शिलान्यास संभव है. किसके लिए राम जन्मभूमि परिसर में लार्सन एंड टूब्रो कंपनी की ओर से नींव को लेकर की जा रही तैयारियां अंतिम दौर में है.

राम जन्म भूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य श्रीमती रामदास स्वामी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने बताया कि पीएम से पहले भी अयोध्या आने का आग्रह किया गया था और उन्होंने यहां आने का वचन दिया था. लेकिन लॉकडाउन के चलते वह अयोध्या नहीं आ सके. संतो की यही इच्छा है कि एक बार पीएम मोदी यहां आ जाएं और कार्य शुरू हो जाए. अभी कुछ दिन पहले भी उनसे अयोध्या आने का आग्रह किया गया है.

रसिक पीठाधीश्वर जन्मेजय शरण का कहना है कि 3 और 5 अगस्त की तिथि सबसे उत्तम है. राम मंदिर का जोशीला पूजन होगा. वह अपने आप में अद्वितीय होगा. यहां अनुष्ठान विश्व में शांति और स्थिरता लाएगा. इसके साथ ही वैश्विक महामारी से भी मुक्ति मिलेगी. ऐसे में राम मंदिर की आधारशिला के लिए पीएम मोदी का अयोध्या आगमन शुभ सूचक है.

रामादल ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित कल्किराम कहते हैं कि हम बेसब्री से उस घड़ी की प्रतीक्षा कर रहे हैं जब हमारी यजमान पीएम मोदी अयोध्या आएंगे. उन्होंने कहा है कि हम पीएम मोदी की उसी प्रकार प्रतीक्षा कर रहे हैं जैसे राम के वन से आगमन की प्रतीक्षा अवधवासी कर रहे थे.

इसे भी पढ़ें- अयोध्या: पीएम मोदी के आगमन को लेकर 18 जुलाई को होगी ट्रस्ट की बैठक

अयोध्या: राम मंदिर की आधारशिला रखने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शीघ्र आमंत्रित करने की योजना बना रहा है. ट्रस्ट की दूसरी बैठक में मुख्य रूप से इस विषय पर चर्चा होनी है. वहीं पीएम मोदी के अयोध्या आगमन को लेकर रामनगरी के प्रमुख संतों में उत्साह है. संतों ने कहा है कि प्रधानमंत्री अपना संकल्प पूरा कर चुके हैं. अब रामनगरी प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए आतुर है.

जानकारी देते आचार्य सत्येंद्र दास.

रामनगरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर संत महंत और धर्माचार्य उत्साहित हैं. रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का कहना है 18 जुलाई को होने वाली बैठक में ट्रस्ट राम मंदिर की आधारशिला के लिए प्रधानमंत्री मोदी को शीघ्र आमंत्रित करने की योजना बनाई जा रही है. संत्येंद्र दास ने कहा कि अयोध्या के संतों की बहुत पहले से ही पीएम मोदी को आधारशिला पर बुलाने की मांग है. राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर के निर्माण के लिए ट्रस्ट जो भी निर्णय लेता है. संत समाज उसका समर्थन करेगा. उन्होंने कहा कि राम नगरी में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हैं.

मुख्य बैठक से पहले सर्किट हाउस में ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बैठक का एजेंडा तय किया. यह एक अनौपचारिक बैठक थी. इस बैठक में मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा मौजूद रहे. बैठक के बाद ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि अब राम मंदिर के भूमि पूजन और आधारशिला के आयोजन में प्रधानमंत्री मोदी के आगमन को लेकर अंतिम रूप से चर्चा की जाएगी. वहीं कयास लगाए जा रहे हैं कि श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि पर राम मंदिर का शिलान्यास संभव है. किसके लिए राम जन्मभूमि परिसर में लार्सन एंड टूब्रो कंपनी की ओर से नींव को लेकर की जा रही तैयारियां अंतिम दौर में है.

राम जन्म भूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य श्रीमती रामदास स्वामी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने बताया कि पीएम से पहले भी अयोध्या आने का आग्रह किया गया था और उन्होंने यहां आने का वचन दिया था. लेकिन लॉकडाउन के चलते वह अयोध्या नहीं आ सके. संतो की यही इच्छा है कि एक बार पीएम मोदी यहां आ जाएं और कार्य शुरू हो जाए. अभी कुछ दिन पहले भी उनसे अयोध्या आने का आग्रह किया गया है.

रसिक पीठाधीश्वर जन्मेजय शरण का कहना है कि 3 और 5 अगस्त की तिथि सबसे उत्तम है. राम मंदिर का जोशीला पूजन होगा. वह अपने आप में अद्वितीय होगा. यहां अनुष्ठान विश्व में शांति और स्थिरता लाएगा. इसके साथ ही वैश्विक महामारी से भी मुक्ति मिलेगी. ऐसे में राम मंदिर की आधारशिला के लिए पीएम मोदी का अयोध्या आगमन शुभ सूचक है.

रामादल ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित कल्किराम कहते हैं कि हम बेसब्री से उस घड़ी की प्रतीक्षा कर रहे हैं जब हमारी यजमान पीएम मोदी अयोध्या आएंगे. उन्होंने कहा है कि हम पीएम मोदी की उसी प्रकार प्रतीक्षा कर रहे हैं जैसे राम के वन से आगमन की प्रतीक्षा अवधवासी कर रहे थे.

इसे भी पढ़ें- अयोध्या: पीएम मोदी के आगमन को लेकर 18 जुलाई को होगी ट्रस्ट की बैठक

Last Updated : Jul 17, 2020, 3:31 PM IST
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