अयोध्या: जिला मंडल कारागार में एक सजायाफ्ता कैदी ने पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर ली. मृतक जाली नोटों के मामले में 10 साल कारावास की सजा काट रहा था. पिछले कुछ महीनों से वह अवसाद में था. रात में खाना खाने के बाद बैरक के पीछे स्थित पेड़ पर गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
सजायाफ्ता कैदी ने की आत्महत्या
अयोध्या मंडल कारागार आत्महत्या करने वाले कैदी का नाम सद्दाम है. वह पश्चिम बंगाल के मालदा टाउन का निवासी था. जाली नोटों के कारोबार के मामले में वर्ष 2015 में फैजाबाद रेलवे जंक्शन पर जीआरपी ने उसे निरुध्द किया था. एडीजे प्रथम ने उसे 10 साल कारावास की सजा सुनाई थी. कोर्ट के आदेश के बाद वह अयोध्या मंडल कारागार में सजा काट रहा था. पिछले 6 महीने से वह अवसाद में था. जेल प्रशासन की ओर से इलाज करवाने के बाद वह स्वस्थ लग रहा था.
शनिवार को उसकी घर वालों से भी बात हुई थी. परिजनों ने उसे जुलाई में जेल से छुड़वाने का आश्वासन दिया था, जिसके चलते वह खुश था. सोमवार रात करीब 11:00 बजे खाना खाने के बाद उसने पेड़ पर गमछे से लटक कर आत्महत्या कर ली.
बंदी सद्दाम के अचानक आत्महत्या करने से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है. जेलर बृजेश ने बताया कि मौजूदा समय में वह अवसाद की स्थिति से लगभग निकल चुका था और स्वस्थ लग रहा था. उसके साथ रहने वाले दूसरे कैदी से बातचीत कर जानकारी जुटाई जा रही है. फिलहाल मौत के कारणों की जांच जेल प्रशासन की ओर से की जा रही है.
अयोध्या मंडल कारागार के सजायाफ्ता बंदी ने की आत्महत्या - सजायाफ्ता कैदी ने पेड़ से लटक कर आत्महत्या की
उत्तर प्रदेश के अयोध्या मंडल कारागार में एक सजायाफ्ता बंदी ने पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर ली. कैदी के अचानक आत्महत्या करने से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया. फिलहाल जेल प्रशासन मौत के कारण की जांच कर रही है.
अयोध्या: जिला मंडल कारागार में एक सजायाफ्ता कैदी ने पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर ली. मृतक जाली नोटों के मामले में 10 साल कारावास की सजा काट रहा था. पिछले कुछ महीनों से वह अवसाद में था. रात में खाना खाने के बाद बैरक के पीछे स्थित पेड़ पर गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
सजायाफ्ता कैदी ने की आत्महत्या
अयोध्या मंडल कारागार आत्महत्या करने वाले कैदी का नाम सद्दाम है. वह पश्चिम बंगाल के मालदा टाउन का निवासी था. जाली नोटों के कारोबार के मामले में वर्ष 2015 में फैजाबाद रेलवे जंक्शन पर जीआरपी ने उसे निरुध्द किया था. एडीजे प्रथम ने उसे 10 साल कारावास की सजा सुनाई थी. कोर्ट के आदेश के बाद वह अयोध्या मंडल कारागार में सजा काट रहा था. पिछले 6 महीने से वह अवसाद में था. जेल प्रशासन की ओर से इलाज करवाने के बाद वह स्वस्थ लग रहा था.
शनिवार को उसकी घर वालों से भी बात हुई थी. परिजनों ने उसे जुलाई में जेल से छुड़वाने का आश्वासन दिया था, जिसके चलते वह खुश था. सोमवार रात करीब 11:00 बजे खाना खाने के बाद उसने पेड़ पर गमछे से लटक कर आत्महत्या कर ली.
बंदी सद्दाम के अचानक आत्महत्या करने से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है. जेलर बृजेश ने बताया कि मौजूदा समय में वह अवसाद की स्थिति से लगभग निकल चुका था और स्वस्थ लग रहा था. उसके साथ रहने वाले दूसरे कैदी से बातचीत कर जानकारी जुटाई जा रही है. फिलहाल मौत के कारणों की जांच जेल प्रशासन की ओर से की जा रही है.