अयोध्या: जिले की ग्रामीण पुलिस ने बुधवार को हैदरगंज थाना क्षेत्र से पांच ऐसे जालसाजों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है. जो नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी जाली दस्तावेज बनाते थे. पकड़े गए आरोपी फर्जी नियुक्ति पत्र जारी कर लोगों से लाखों रुपए की ठगी कर लेते थे. इन बदमाशों का एक बड़ा गिरोह है, जो कि प्रदेश के कई जनपदों में ठगी को अंजाम देता है. इसी गिरोह के पांच सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि अभी इस गिरोह का मुखिया पुलिस की पहुंच से बाहर है.
फर्जी नियुक्ति पत्र देकर करते थे ठगी
एसपी ग्रामीण शैलेंद्र सिंह ने बताया कि पांचों जालसाज गाजीपुर, जौनपुर और सुलतानपुर के रहने वाले हैं. इन्होंने अपना एक गिरोह बना रखा है, जो एफसीआई, रेलवे पुलिस, रेलवे सहित अन्य विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते हैं. ये लोगों को अपने जाल में फंसा कर उनसे पैसे ऐंठ कर उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र जारी कर देते हैं. ऐसी ही एक घटना इन्होंने हैदरगंज के भी एक परिवार से की थी, जिसके बाद पुलिस को इनकी तलाश थी. पुलिस जांच में इन्हें बुधवार को हैदरगंज से ही गिरफ्तार किया गया है. इनके कब्जे से फर्जी नियुक्ति पत्र और जाली दस्तावेज बरामद किए गए हैं. गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है."
अयोध्या में 18 लाख की ठगी
इन जालसाजों ने हैदरगंज के एक परिवार से 18 लाख रुपए की ठगी की थी, जिसके बाद से पुलिस सरगर्मी से इनकी तलाश कर रही थी. पकड़े गए अभियुक्तों में मनोज कुमार पाठक, अनिल यादव, जय प्रकाश, श्रवण कुमार और सन्तोष कुमार गौतम शामिल हैं.
कई जिलों में सक्रिय है यह गिरोह
जिले में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने की कई बड़ी वारदातें सामने आ चुकी है. मंगलवार को भी शहर के ही एक युवक को 10 लाख रुपये की जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. वहीं अब नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले जालसाजों का गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ा है.