अयोध्या : आगामी 11 नवंबर को धर्म नगरी अयोध्या में राम की पैड़ी में दीपोत्सव का कार्यक्रम होना है. हर साल की तरह इस बार भी नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है. 21 लाख दीपक जलाए जाएंगे. डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट के करीब 150 छात्र भी इसमें सहयोग कर रहे हैं. वे घाट की सीढ़िया पर मार्किंग के साथ दीपक बनाने का काम कर रहे हैं. दीयों की रोशनी ने राम मंदिर की आकृति भी नजर आएगी.
तेजी से चल रही कार्यक्रम की तैयारियां : अगले साल जनवरी माह में 22 तारीख को प्रस्तावित भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को थीम मानकर इस बार दीपोत्सव में भगवान राम मंदिर के मॉडल को दिखाने की तैयारी है. दीपोत्सव 2023 कार्यक्रम की जिम्मेदारी संभाल रहे डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और दीपोत्सव आयोजन के नोडल अधिकारी प्रो. एसएस मिश्रा ने बताया कि रामलला की प्रतिष्ठा को देखते हुए राम मंदिर मॉडल दीपोत्सव में आकर्षण का केंद्र होगा. निर्माणाधीन प्रभु राम के मंदिर और राम जी की आकृति ड्रोन और जमीन से देखने पर साफ आकृति नजर आएगी. श्रद्धालु समेत पूरे देश और दुनिया की लोग दीपोत्सव में प्राण प्रतिष्ठा की झलक देख सकेंगे.
अवध विश्वविद्यालय फाइन आर्ट के छात्र निभाएंगे बड़ी जिम्मेदारी : अवध विश्वविद्यालय की फाइन आर्ट की असिस्टेंट प्रो. सरिता द्विवेदी ने बताया कि भगवान रामलला का भव्य मंदिर बन रहा है, प्राण प्रतिष्ठा होनी है. उसकी झलक दीपोत्सव में दिखाई देगी. इस बार दीपोत्सव में राम मंदिर की आकृति दिखाने की तैयारी है. राम मंदिर मॉडल और भगवान राम के चित्र को 5000 स्क्वायर फीट में दीपोत्सव स्थल पर बनाया जाएगा. इसमें एक लाख से ज्यादा दीपक का इस्तेमाल किया जा रहा है. दीप प्रज्वलन के साथ ही भव्य तरह से राम मंदिर दिखेगा. राम मंदिर मॉडल और रामलला की तस्वीर बनाने के लिए फाइन डिपार्टमेंट के 150 छात्रों का चयन किया गया है.
यह भी पढ़ें : दीपोत्सव 2023 और कार्तिक पूर्णिमा मेले को लेकर तैयारी शुरू, तय की गई रूपरेखा