औरैया: सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला गोविंद नगर में शुक्रवार की शाम एक महाविद्यालय की शिक्षिका ने घर में फांसी लगाकर जान दे दी. बताया जा रहा है कि इससे पहले उसने अपने बच्चों को दूसरे कमरे में टीवी देखने भेज दिया था. नौकरानी के आने के बाद दरवाजा खोला गया, तो चौखट पर शिक्षिका का शव फंदे से लटकता मिला. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
मोहल्ला गोविंद नगर निवासी उमेश बाजपेई बहादुरपुर इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य हैं. उनका बेटा ओम जी बाजपेई मुढ़ी स्थित इंटर कॉलेज में प्रवक्ता हैं. ओम जी बाजपेई की पत्नी वर्षा (35) एक निजी महाविद्यालय में शिक्षिका थी. शुक्रवार को पति व सास-ससुर कानपुर सास की दवा लेने गए थे. दोपहर में घर में काम करने वाली नौकरानी आई, तो बच्चे बाहर का गेट नहीं खोल पाए. मोहल्ले वालों ने गेट को हिलाकर खोला और बच्चों के साथ ऊपर पहुंचे. इस दौरान लोगों ने देखा कि वर्षा का दरवाजे की चौखट पर शव लटक रहा था.
मोहल्ले वालों ने तुरंत वर्षा के पति ओम जी को इसकी सूचना दी. वर्षा के 8 साल का बेटा और 5 साल के जुड़वा बेटा-बेटी हैं. घटना की जानकारी मिलने पर सीओ सुरेंद्र नाथ यादव ने मौके पर पहुंचकर महिला के जुड़वा बच्चों से जानकारी हासिल की. बच्चों ने बताया कि मम्मी ने टीवी देखने के लिए नीचे दूसरे कमरे में भेज दिया था. इसके बाद कानपुर से मृतका का पति और अन्य लोग भी पहुंच गए. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. उधर, वर्षा की मौत की खबर मिलते ही उसकी मां व झांसी में पुलिस में तैनात भाई कृष्ण कांत तिवारी मौके पर पहुंचे. हालांकि, मायके वालों ने कोई आरोप नहीं लगाया है.
लूडो में मम्मी की जीतने पर पापा ने जताई थी नाराजगी
सीओ सिटी ने मृतका के बच्चों से पूछताछ की. सीओ के अनुसार, बच्चों ने बताया कि गुरुवार की रात सभी लोग लूडो खेल रहे थे. मम्मी के जीतने पर पापा ने नाराजगी जताई थी. सीओ का यह भी कहना है कि फांसी लगाने के पीछे यह कोई ठोस तथ्य नहीं है. फिर भी बच्चे की बात को जांच में शामिल किया है. उन्होंने बताया कि वर्षा के घर के दरवाजे अंदर से बंद थे. इसलिए प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट है कि महिला ने खुद ही फांसी लगाई है.