औरेयाः सदर कोतवाली क्षेत्र के जालौन चौराहा में रहने वाले फौजी विकास कुमार दुबे ने रविवार दोपहर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वहीं, पत्नी ने सेना के अधिकारियों पर पति को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. साथ ही पुलिस सेना के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश में जुटी हुई है.
बता दें, कि शहर के जालौन चौराहा निवासी विकास कुमार दुबे (35) पुत्र बालकराम सेना में हवलदार के पद पर असम के डिब्रुगढ़ में तैनात थे. बीते छह जुलाई को वह एक माह की छुट्टी पर घर आए थे. रविवार की दोपहर विकास का बेटा मोहल्ले में खेलने चला गया और पत्नी सपना रसोई में खाना बना रही थी. इस बीच फौजी विकास ने अपने कमरे का दरवाजा बंद कर फांसी लगा ली.
कुछ देर बाद पत्नी कमरे की तरफ गई तो दरवाजा बंद था, काफी खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला. खिड़की से देखा तो विकास फांसी पर लटका था. पति को फंदे पर लटका देखकर घर में कोहराम मच गया. शोर सुनकर आसपास के लोग भी वहां पहुंच गए और घटना की जानकारी पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर विकास को फंदे से उतारकर जिला अस्पताल ले गयी, चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पुलिस के पूछने पर पत्नी सपना ने बताया कि सेना के एक अधिकारी उसके पति को प्रताड़ित करते थे और छुट्टी कम देते थे. पिछली बार जरूरी काम होने के कारण दो दिन देरी हुई तो वेतन काट दिया और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया. जिससे उनके पति मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे.
कोतवाली पुलिस ने घटना की जानकारी सेना के अधिकारियों को दे दी है. वहीं, कोतवाली पुलिस का कहना है कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. फिलहाल मृतक के परिजनों की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई है.
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