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आस्था का कांवड़; 61 लीटर गंगाजल लेकर 115 KM पैदल चलेंगे कावड़िए, जानिए क्या है इनकी मान्यता? - MAHASHIVRATRI 2025

अलीगढ़ में महाशिवरात्रि धूमधाम से मनायी जाएगी, आसपास के जिलों कावड़िये खेरेश्वर धाम और अचलेश्वर धाम में भोलेनाथ का करेंगे अभिषेक

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रामघाट से गुजर रहे कांवड़िए. (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 24, 2025, 8:22 PM IST

अलीगढ़ः 26 फवररी को महाशिवरात्रि पर शिवभक्त कांवड़ में गंगाजल लेकर महाकाल के मंदिरों की ओर निकल चुके हैं. बड़ी संख्या में शिवभक्त कांवड़ रामघाट से कांवड़े लेकर अपने-अपने जिलों की ओर जा रहे हैं. बड़ी संख्या में शिवभक्त कांवड़ लेकर जिले के रामघाट रोड से निकल रहे हैं.

रामघाट रोड पर कांवड़ लेकर शिवभक्त जय भोले के जयकारे के साथ आगे निकल रहे हैं. इन कांवड़ियों में विविध रंग देखने को मिल रहे हैं. पहली बार कांवड़ ले जा रहे पांच कांवड़ियों के समूह ने 115 किलोमीटर का सफर 61 लीटर गंगाजल लेकर कर रहे हैं.

रामघाट से गुजर रहे कांवड़ियों ने बताया अपना अनुभव. (Video Credit; ETV Bharat)

बता दें कि जिले में आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में कांवड़िये रामघाट जल लेने पहुंच रहे हैं. कावड़िये खेरेश्वर धाम और अचलेश्वर धाम में भोलेनाथ का अभिषेक करेंगे. रामघाट जाने वाला जिला अलीगढ़ रामघाट रोड पर संस्थाओं द्वारा कांवड़ियों के लिए जो व्यवस्था की गई है. नगर निगम इसकी तैयारियों में जुटा है ताकि रास्ते में किसी तरह की कोई परेशानी न हो. जिन रास्तों पर कांवड़ियों कावड़िया गुजरेंगे, उनकी सफाई कराई गई है. रामघाट रोड पर प्रशासन और संस्थाओं की ओर से मेडिकल टीमें भी लगाई जा रही हैं. जिससे अगर किसी कांवड़िये को कोई परेशानी होती है तो उसे तत्काल प्राथमिक उपचार भी मिल सके. रामघाट रोड पर संस्थाओं द्वारा कावड़ियों के बैठने उठने आरंभ करने और खाने-पीने की भंडारी भी लगाए गए हैं. वहीं, महाशिवरात्रि की तैयारियों के लिए शहर को 4 सेक्टर में बांट दिया है. हर सेक्टर में एक नोडल अधिकारी को तैनात कर दिया गया है.


मथुरा से 20 किलोमीटर दूर एक गांव के निवासी शीशपाल सिंह ने बताया कि रामघाट से कांवड़ उठाकर सुरक्षित तरीके से वापस जा रहे हैं. प्रशासन द्वारा की गई अच्छी सुविधा के कारण किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हो रही है. 115 किलोमीटर का सफर 61 लीटर गंगाजल से पूरा करेंगे. नौजवानों के पांच कांवड़ियों के समूह ने कहा कि बहुत आनंद आ रहा है. रास्ते में किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हो रही. जगह-जगह जो कावड़ियों के बैठने खाने पीने की व्यवस्था की गई है, उसे कावड़ियों को आनंद आ रहा है. रामगढ़ रोड पर आस्था संस्था कावड़ियों के बैठने खाने-पीने का व्यवस्था की गई है. शिवभक्त राहुल ने बताया कि व्यवस्था बहुत अच्छी है. रामघाट रोड पर खाने पीने के इंतजाम भी किया है.


आस्था संस्था के कार्यकर्ता प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि पिछले कई वर्षों से रामघाट रोड पर कावड़ियों के लिए भंडारा लगाया जाता है. इसके साथ ही कावड़ियों के बैठने उठने आराम और शौचालय के साथ मेडिकल सुविधा भी की जाती है. बड़ी संख्या में यहां से कावड़िए गुजरतें है. यह एक ही रास्ता है, जो रामघाट जाता है. अगले तीन दिन तक यह भंडारा लगा रहेगा. इस भंडारे में किसी को रोक-टोक नहीं है.

इसे भी पढ़ें-महाशिवरात्रि 2025; 161 लीटर गंगाजल से भरी कावड़ उठाने का संकल्प, 121 किमी की करेंगे पदयात्रा

अलीगढ़ः 26 फवररी को महाशिवरात्रि पर शिवभक्त कांवड़ में गंगाजल लेकर महाकाल के मंदिरों की ओर निकल चुके हैं. बड़ी संख्या में शिवभक्त कांवड़ रामघाट से कांवड़े लेकर अपने-अपने जिलों की ओर जा रहे हैं. बड़ी संख्या में शिवभक्त कांवड़ लेकर जिले के रामघाट रोड से निकल रहे हैं.

रामघाट रोड पर कांवड़ लेकर शिवभक्त जय भोले के जयकारे के साथ आगे निकल रहे हैं. इन कांवड़ियों में विविध रंग देखने को मिल रहे हैं. पहली बार कांवड़ ले जा रहे पांच कांवड़ियों के समूह ने 115 किलोमीटर का सफर 61 लीटर गंगाजल लेकर कर रहे हैं.

रामघाट से गुजर रहे कांवड़ियों ने बताया अपना अनुभव. (Video Credit; ETV Bharat)

बता दें कि जिले में आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में कांवड़िये रामघाट जल लेने पहुंच रहे हैं. कावड़िये खेरेश्वर धाम और अचलेश्वर धाम में भोलेनाथ का अभिषेक करेंगे. रामघाट जाने वाला जिला अलीगढ़ रामघाट रोड पर संस्थाओं द्वारा कांवड़ियों के लिए जो व्यवस्था की गई है. नगर निगम इसकी तैयारियों में जुटा है ताकि रास्ते में किसी तरह की कोई परेशानी न हो. जिन रास्तों पर कांवड़ियों कावड़िया गुजरेंगे, उनकी सफाई कराई गई है. रामघाट रोड पर प्रशासन और संस्थाओं की ओर से मेडिकल टीमें भी लगाई जा रही हैं. जिससे अगर किसी कांवड़िये को कोई परेशानी होती है तो उसे तत्काल प्राथमिक उपचार भी मिल सके. रामघाट रोड पर संस्थाओं द्वारा कावड़ियों के बैठने उठने आरंभ करने और खाने-पीने की भंडारी भी लगाए गए हैं. वहीं, महाशिवरात्रि की तैयारियों के लिए शहर को 4 सेक्टर में बांट दिया है. हर सेक्टर में एक नोडल अधिकारी को तैनात कर दिया गया है.


मथुरा से 20 किलोमीटर दूर एक गांव के निवासी शीशपाल सिंह ने बताया कि रामघाट से कांवड़ उठाकर सुरक्षित तरीके से वापस जा रहे हैं. प्रशासन द्वारा की गई अच्छी सुविधा के कारण किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हो रही है. 115 किलोमीटर का सफर 61 लीटर गंगाजल से पूरा करेंगे. नौजवानों के पांच कांवड़ियों के समूह ने कहा कि बहुत आनंद आ रहा है. रास्ते में किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हो रही. जगह-जगह जो कावड़ियों के बैठने खाने पीने की व्यवस्था की गई है, उसे कावड़ियों को आनंद आ रहा है. रामगढ़ रोड पर आस्था संस्था कावड़ियों के बैठने खाने-पीने का व्यवस्था की गई है. शिवभक्त राहुल ने बताया कि व्यवस्था बहुत अच्छी है. रामघाट रोड पर खाने पीने के इंतजाम भी किया है.


आस्था संस्था के कार्यकर्ता प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि पिछले कई वर्षों से रामघाट रोड पर कावड़ियों के लिए भंडारा लगाया जाता है. इसके साथ ही कावड़ियों के बैठने उठने आराम और शौचालय के साथ मेडिकल सुविधा भी की जाती है. बड़ी संख्या में यहां से कावड़िए गुजरतें है. यह एक ही रास्ता है, जो रामघाट जाता है. अगले तीन दिन तक यह भंडारा लगा रहेगा. इस भंडारे में किसी को रोक-टोक नहीं है.

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