औरैया: कोरोना महामारी में लोग अपनों की जान की खातिर कुछ भी कर गुजरने को तैयार है, लेकिन संसाधनों और स्टाफ की कमी के चलते अपने सगों को अपनी ही आंखों के सामने तड़प-तड़प कर मरता देखने को मजबूर भी है. ऐसा ही एक मामला औरैया जनपद का है. जहां अयाना क्षेत्र के रहने वाले 60 वर्षीय बुजुर्ग की हालत बीते कुछ दिनों से खराब थी. जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बिगड़ती हालत व अस्पतालों में स्टाफ व संसाधनों की कमी के चलते बुजुर्ग के तीमारदार ने ट्वीट के जरिये प्रशासन से वेंटिलेटर की मांग की. लेकिन ट्वीट के जबाव में उसे संसाधन की जगह टोल फ्री नंबर पर कॉल करने की नसीहत दी गई. जिसके कुछ देर बाद वेंटिलेटर न मिलने से बुजुर्ग की मौत हो गई. तीमारदार द्वारा ट्वीट के जरिये मांगी गई मदद की चर्चा पूरे जनपद में जोरों पर है.
मंगलवार को कानपुर के रहने वाले प्रशांत शर्मा ने ट्वीट के जरिये बताया कि उनके रिश्तेदार औरैया जनपद के अयाना निवासी 60 वर्षीय रामप्रकाश को 3 पहले बुखार आने के चलते 100 शैय्या जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनका ऑक्सीजन लेवल भी काफी कम रह गया है और उन्हें वेंटिलेटर की सख्त आवश्यकता है. कृपया कुछ मदद करें. टोल फ्री नंबर न भेंजे. टोल फ्री नम्बर सिर्फ देखने के लिए है. जिसपर वेंटिलेटर की मांग के बावजूद भी उसे सिर्फ डायल 112 पर ट्वीट के जरिये टोल फ्री नम्बर पर बात करने की नसीहत दी गई. थोड़ी देर बाद तीमारदार प्रशांत ने बताया कि "साहब मरीज मर गया, सब लापरवाह है.
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