औरैयाः जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर जिले में सरगर्मियां तेज हो गयी है. इस दौरान सपा-भाजपा के बीच जुबानी जंग भी तेज होती जा रही है. जिले के सपा के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार के नेताओं के इशारे पर जिला प्रशासन जिला पंचायत और बीडीसी सदस्यों का उत्पीड़न कर रहा है. जनता के वोट से चुनाव न जीत पाने के बाद भाजपा प्रसाशन के सहयोग से जबरन जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख पदों पर कब्जा करने की तैयारी कर रही है. पंचायत चुनाव में जनता की ओर से किए गए मतदान के बाद सपा के ज्यादा सदस्य जीत कर आए हैं. इसके बावजूद अध्यक्ष न बनने पाए इसके लिए सदस्यों का उत्पीड़न किया जा रहा है.
ककोर स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय पर मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए सपा के जिलाध्यक्ष राजवीर यादव ने कहा कि आए दिन भाजपा की ओर से सपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है. सपा के जीते जिला पंचायत सदस्यों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों को धमकाया जा रहा है. साथ ही उनपर भाजपा का समर्थन करने का दबाव भी बनाया जा रहा है. वहीं किसी सपाई के मकान के कागजात देखकर पैमाइश की जा रही है. जबकि पूरे भारत के गांवों में रहने वाले के किसी के पास भी कागजात नहीं होते हैं. भाजपा हार से बौखला गई है. भाजपा अपने जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है.
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पूर्व सपा सांसद प्रेमदास कठेरिया ने कहा कि जनता की अदालत सबसे बड़ी होती है. कहीं ऐसा न हो कि आम जनता और सपाई सड़कों पर उतर आए. पूर्व सांसद ने प्रशासन से ब्लाक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव निष्पक्ष कराए जाने की मांग की है. कहा कि प्रशासन निष्पक्ष चुनाव नहीं कराता है, तो हर स्थिति के जिम्मेदार होंगे. इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी रवि त्यागी, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक यादव, ओमप्रकाश ओझा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा दोहरे आदि सपाई मौजूद रहे.