अमरोहाः पहाड़ों पर हो रही बारिश की वजह से यूपी में सभी नदियां उफान पर हैं. बिजनौर बैराज से दो लाख 27 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण अमरोहा का तट बांध टूट गया है. इस वजह से हजारों बीघा फसल डूब गई है.
बांध टूटने के बाद बढ़े जलस्तर का वीडियो किसानों ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. प्रशासन से मदद की अपील की गई है. किसान काफी दहशत में हैं. गंगा घाट तिगरी में पुरोहितों की झोपड़ियों में पानी घुस चुका है. गुरुवार को धनोरा तहसील क्षेत्र के गांव चंद्रा फार्म में भी बाढ़ जैसे हालात हो गए. लोगों का आवगमन पूरी तरह से ठप हो गया है. सभी को चिंता सता रही है कि कहीं बाढ़ का ये पानी गांव में न घुस जाए.
बिजनौर में गंगा, मालन और रामगंगा उफनाई हुई है. इस वजह से बिजनौर बैराज से पानी लगातार छोड़ा जा रहा है. इससे अमरोहा के आसपास पानी का बहाव तेज हो गया है और फसलें डूब गईं हैं. बाढ़ के चलते किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है.
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यूपी के सैकड़ों गांव बाढ़ से प्रभावित
उत्तराखंड में बारिश की वजह से गंगा, शारदा और रामगंगा समेत कई नदियां उफान पर हैं. कई बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बरेली और शाहजहापुर जिलों में सैकड़ों गांव डूब गए हैं. वायुसेना ने पीलीभीत में शारदा की बाढ़ में फंसे 26 लोगों को हेलिकॉप्टर से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. हस्तिनापुर (मेरठ) मुजफ्फरनगर और बिजनौर के खादर क्षेत्र में बाढ़ के हालात हैं. कई गांवों का संपर्क टूट गया है. मेरठ, मुरादाबाद, बरेली मंडल में भीषण तबाही मची है. लखीमपुर खीरी में बाढ़ की वजह से बुधवार को दो नावों पर सवार 27 लोग बह गए, जिसमें आठ लापता हैं. लखीमपुर सहित पीलीभीत में वायुसेना के जवान राहत कार्यों में जुटे हुए हैं.