अमरोहा : जिले की औद्योगिक नगरी गजरौला में स्थित जुबिलेंट फैक्ट्री से निकलने वाली जहरीली गैसों से लोगों पर खतरा मंडरा रहा है. लोग अनेक बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. इसके बावजूद सरकार लापरवाह बनी हुई है. जबकि स्थानीय लोगों ने प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक को प्रार्थना पत्र भेजकर इस ओर ध्यान देने की मांग की है.
आपको बता दें कि अमरोहा जनपद की उद्योग नगरी गजरौला में जुबिलेंट फैक्ट्री से निकलने वाली गैस व दूषित पानी से लोग परेशान हैं. लाखों लोगों को प्रदूषित हवा में सांस लेना पड़ रहा है. जिसके कारण उनकी जिंदगी खतरे में पड़ रही हैं. इस बायो प्रदूषण के शिकार सबसे ज्यादा बच्चे और बुजुर्ग हो रहे हैं. प्रदूषण के कारण अब तक कई मौत भी हो चुकी है.
यही नहीं फैक्ट्री से निकलने वाले दूषित पानी से किसानों की फसलें भी बर्बाद हो रही हैं. हाल ही में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बिजनौर की टीम ने फैक्ट्री व गजरौला का दौरा किया था. उस समय फैक्ट्री प्रशासन ने भी इस बात को स्वीकर भी किया था. लेकिन कार्रवाई के नाम पर फिर भी कुछ नहीं हुआ. दूसरी तरफ कुछ लोगों ने फैक्ट्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उनका कहना है कि जब तक गजरौला वासियों को वायु प्रदूषण से छुटकारा नहीं मिल जाता हम खामोश नहीं बैठेगे.
अमरोहा : जुबिलेंट की चिमनियों से निकलती जहरीली गैस से खतरे में जिंदगी - gajraula pollution
उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले की औद्योगिक नगरी गजरौला में स्थित जुबिलेंट फैक्ट्री से निकलने वाली जहरीली गैसों से लोगों पर खतरा मंडरा रहा है. लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. इसके बावजूद सरकार लापरवाह बनी हुई है. जबकि स्थानीय लोगों ने प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक को प्रार्थना पत्र भेजकर इस ओर ध्यान देने की मांग की है.
अमरोहा : जिले की औद्योगिक नगरी गजरौला में स्थित जुबिलेंट फैक्ट्री से निकलने वाली जहरीली गैसों से लोगों पर खतरा मंडरा रहा है. लोग अनेक बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. इसके बावजूद सरकार लापरवाह बनी हुई है. जबकि स्थानीय लोगों ने प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक को प्रार्थना पत्र भेजकर इस ओर ध्यान देने की मांग की है.
आपको बता दें कि अमरोहा जनपद की उद्योग नगरी गजरौला में जुबिलेंट फैक्ट्री से निकलने वाली गैस व दूषित पानी से लोग परेशान हैं. लाखों लोगों को प्रदूषित हवा में सांस लेना पड़ रहा है. जिसके कारण उनकी जिंदगी खतरे में पड़ रही हैं. इस बायो प्रदूषण के शिकार सबसे ज्यादा बच्चे और बुजुर्ग हो रहे हैं. प्रदूषण के कारण अब तक कई मौत भी हो चुकी है.
यही नहीं फैक्ट्री से निकलने वाले दूषित पानी से किसानों की फसलें भी बर्बाद हो रही हैं. हाल ही में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बिजनौर की टीम ने फैक्ट्री व गजरौला का दौरा किया था. उस समय फैक्ट्री प्रशासन ने भी इस बात को स्वीकर भी किया था. लेकिन कार्रवाई के नाम पर फिर भी कुछ नहीं हुआ. दूसरी तरफ कुछ लोगों ने फैक्ट्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उनका कहना है कि जब तक गजरौला वासियों को वायु प्रदूषण से छुटकारा नहीं मिल जाता हम खामोश नहीं बैठेगे.