अमरोहाः सड़क हादसे में घायल युवक की मौत पर हंगामा कर रहे लोगों को समझाते समय दारोगा अरूण चौधरी निजी अस्पताल में बीस फीट ऊंचे फ्लोर से गिरकर घायल हो गए, उनकी रीढ़ की हड्डी टूट गई. जबकि पेट और सिर में गंभीर चोट आई है. आनन-फानन में दरोगा को मुरादाबाद के टीएमयू अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया है. उधर, दरोगा के घायल होने के बाद आनन-फानन में मृतक युवक के परिजन भी शव को घर ले गए.
कोतवाली डिडौली क्षेत्र के सहसपुर अलीनगर गांव निवासी कृपाल सिंह का 35 वर्षीय बेटा बिजेंद्र सिंह तीन दिन पहले सड़क हादसे में घायल हो गया था. परिजनों ने उपचार के लिए उन्हें चौधरपुर स्थित जीवन हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर डॉक्टरों ने उन्हें सोमवार को पाकबड़ा स्थित निजी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया, जहां पहुंचने पर उनकी मौत हो गई. इस पर गुस्साए परिजन शव को चौधरपुर के निजी अस्पताल ले आए, यहां चिकित्सक पर उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. सूचना मिलने पर कोतवाली क्षेत्र की जिवाई पुलिस चौकी प्रभारी दारोगा अरुण चौधरी मौके पर पहुंचे और गुस्साए परिजनों को समझने का प्रयास शुरू कर दिया. मामले की जानकारी आला अफसरों को दी.
इस दौरान दरोगा अस्पताल के करीब 20 फीट ऊंचे पहले फ्लोर से बेसमेंट में गिरे पड़े. हादसे में उनकी रीढ़ की हड्डी टूट गई और उनके लिवर और सिर में गंभीर चोट आई, जिस कारण उनके कान और नाक के खून बहने लगा. आनन फानन में पुलिस ने दारोगा को उपचार के लिए टीएमयू में भर्ती कराया. जहां उन्हें बेहतर उपचार के लिए दिल्ली एम्स के लिए रेफर कर दिया. जहां उनकी हालत गम्भीर बनी हुई है. सूचना मिलते ही डीएम बीके त्रिपाठी और एसपी आदित्य लांग्हे मौके पर पहुंचे घायल दारोगा का हाल जाना. साथ ही डीएम के आदेश पर एसडीएम सदर अनिल कुमार ने हॉस्पिटल संचालक को नोटिस जारी किया.
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