अमरोहा. जिले के उझारी नगर पंचायत कार्यालय परिसर स्थित एक रैन बसेरा के कमरे में संविदा कर्मचारी का शव फंदे से लटका मिला. मौके पर पहुंचे परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा मचा दिया. परिजनों का आरोप था कि यहां के अधिकारी और अन्य कर्मचारियों ने हत्या की है. मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह हालात को संभालने की कोशिश की और उपस्थित लोगों को शांत कराया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
मामला अमरोहा जनपद के थाना सैदनगली क्षेत्र का है. नगर पंचायत कार्यालय उझारी के परिसर स्थित रैन बसेरा के एक कमरे में संविदा कर्मचारी का शव फंदे से लटका मिला.
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बताया जाता है कि सैदनगली थाना क्षेत्र के गांव तरारा निवासी प्रेम शंकर (50) उझारी नगर पंचायत कार्यालय में ठेका संविदाकर्मी के रूप में तैनात था. वह प्लंबर का काम करता था. सुबह करीब 10:30 बजे नगर पंचायत कार्यालय के परिसर में स्थित रैन बसेरा के कमरे में बिजली के तार से पंखे से लटका हुआ उसका शव मिला.
कुछ देर के बाद परिजन और पुलिस भी मौके पर आ गयी. सविंदा कर्मी के शव को पंखे से नीचे उतारा. परिजनों ने नगर पंचायत के ईओ एवं अन्य कर्मचारियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. सीओ सतीश चंद पांडेय भी मौके पर पहुंच गए. संविदा कर्मी की मौत की सूचना पर हसनपुर विधायक महेंद्र सिंह खड़गवंशी भी मौके पर पहुंचे.
उन्होंने परिवारवालों को समझाया जिसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में किया. परिजनों का कहना है कि पांच माह से मानदेय नहीं मिला था. इसकी वजह से प्रेमशंकर काफी परेशान था. आरोप है कि रविवार को किसी ने फोन करके प्रेम शंकर को नगर पंचायत कार्यालय बुलाया था.
वहीं, सीओ सतीश चंद्र पांडेय का कहना है. नगर पंचायत कार्यालय में संविदा कर्मी का शव मिला है. पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. परिजनों की तहरीर पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं, ईओ का कहना है कि संविदा कर्मी का मान्यदेय समय से दिया जा रहा है. परिजनों ने ईओ समेत तीन की खिलाफ तहरीर दी है. हालांकि पोस्टमार्टम में ही साफ हो पायेगा कि संविदा कर्मी की हत्या हुई है या उसने डिप्रेशन में आकर आत्महत्या की है.
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