अमरोहा: उत्तर प्रदेश में सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. उनमें से एक अमरोहा की नौगावां सादात सीट है. जहां पर चुनावी माहौल का असर दिखने लगा है और सभी पार्टी के प्रत्याशी अपना चुनाव प्रचार करने में लगे हुए हैं. इसमें सीएम योगी की रैली भी प्रस्तावित हो गई है. नौगावां विधानसभा क्षेत्र बनने के बाद इस सीट पर दूसरी बार चुनाव हो रहा है. पहला चुनाव सपा पार्टी के प्रत्याशी अशफाक अली खान 2012 में जीते थे. उसके बाद दूसरा उपचुनाव 2017 में हुआ था. इसमें भाजपा प्रत्याशी चेतन चौहान ने जीत हासिल की थी. विधायक चेतन चौहान को सीएम योगी ने अपनी कैबिनेट में जगह देकर मंत्री भी बनाया, लेकिन बीते दिनों उनका कोरोना के चलते आकस्मिक निधन हो गया, जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है. यहां 3 नवंबर को मतदान होना है, जबकि 10 नवंबर को इसका रिजल्ट घोषित होगा.
भाजपा और सपा की लड़ाई
नौगावां सीट पर 3 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के मतदान को लेकर अगर इस वक्त नजर डालें तो यह कहना कठिन होगा कि इस सीट पर किसकी जीत होगी और किसकी हार होगी, लेकिन यह तय है कि बीजेपी के लिए यह सीट बेहद कठिन होने वाली है. उसके पीछे की मुख्य वजह टिकट वितरण है. कैबिनेट मंत्री के निधन के बाद टिकट का दावेदार उनकी पत्नी संगीता चौहान को बनाया गया. चर्चाएं हैं कि नौगावां विधानसभा सीट से कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान ने जीत हासिल करने के बाद कुछ खास विकास कार्य विधानसभा के अंदर नहीं कराए, जिसको लेकर लोगों के अंदर रोष बना हुआ है. इस सीट के टिकट वितरण को लेकर भी कई चेहरे दावेदारी ठोक रहे थे, लेकिन भाजपा ने तमाम कयासों को दरकिनार करते हुए टिकट स्वर्गीय चेतन चौहान की पत्नी संगीता चौहान को दे दिया. इसकी वजह से कुछ लोग नाराज है, जबकि उनके सामने सपा सरकार में मंत्री रह चुके मौलाना जावेद आब्दी है. बताया जाता है कि इस बार लड़ाई भाजपा और सपा की है. अब देखना यह कि क्या भाजपा अपनी जीत को बरकरार रख पाएगी.
सपा-बसपा-कांग्रेस में कौन मजबूत
अगर मजबूती की बात की जाए तो इस वक्त सपा मजबूत दिख रही है. सपा ने स्टार प्रचारकों की लिस्ट तो जारी कर दी है, लेकिन अभी तक अखिलेश यादव सरीखे नेता प्रचार के लिए नहीं पहुंचे हैं, लेकिन स्थानीय सपा के विधायक लगातार जनता से जनसंपर्क बना रहे हैं. वहीं बसपा अपना वोट मजबूत करने के लिए जगह-जगह मीटिंग कर रही है. कांग्रेस को लेकर जनता में कांग्रेस के प्रति इतनी अभिलाषा नहीं है.
किस पार्टी से कौन उम्मीदवार
पार्टी | उम्मीदवार |
भाजपा | संगीता चौहान |
सपा | मौलाना जावेद आब्दी |
बसपा | फुरकान अहमद |
कांग्रेस | डॉ. कमलेश सिंह |
मुस्लिम है निर्णायक वोटर
नौगावां विधानसभा में 306561 मतदाता शामिल हैं, जिनमें 162597 पुरुष और 143945 महिला मतदाता हैं. इस सीट पर अगर जाति समीकरण की बात करें तो मुस्लिम वोटरों का बोलबाला हैं. आंकड़ों पर नजर डालें तो इस सीट पर हार-जीत का फैसला मुस्लिम के साथ-साथ दलित और चौहान वोट भी करता है. 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में नौगावां में इन दोनों जाति के मतदाता का रुझान बीजेपी की तरफ रहा, जिसमें चेतन चौहान की विजय हुई. नौगावां विधानसभा में बीजेपी का परचम तीन साल तक रहा.
नौगावां सादात विधानसभा में जातिगत वोटर
जाति | वोट |
मुस्लिम | 115000 |
जाटव | 50000 |
चौहान | 45000 |
जाट | 33000 |
सैनी | 32000 |
यादव | 25000 |
गुर्जर | 13000 |
नौगावां विधानसभा का चुनावी समीकरण
2009 में नौगावां विधानसभा बनने के बाद पहला चुनाव 2012 में विधानसभा चुनाव हुआ था. उस विधानसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी अशफाक अली खान 57000 वोटों से जीते थे. इसके बाद 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी चेतन चौहान ने 21000 वोटों से जीत हासिल की थी, जिसमें योगी सरकार ने उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया था. उसके बाद कोरोना काल के चलते उनका निधन हो गया, जिसके बाद यह विधानसभा की सीट खाली हो गई थी. उसके बाद 3 नवंबर को इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है और 10 नवंबर को इसका रिजल्ट घोषित होगा.
नौगावां सादात विधानसभा उपचुनाव के लिए पोलिंग पार्टियां हुईं रवाना
नौगांवा सादात विधानसभा सीट पर उपचुनाव का मतदान कराने के लिए अमरोहा मंडी समिति से पोलिंग पार्टियों की रवानगी शुरू हो गई है. पुलिस-प्रशासन स्तर पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. अफसरों ने मंडी समिति परिसर से पोलिंग पार्टियां को रवाना किया. कल तीन नवंबर को होने वाले उपचुनाव के मतदान के लिए 489 पोलिंग पार्टियां लगाई गई हैं. इसके अलावा दस प्रतिशत पोलिंग पार्टियों की ड्यूटी रिजर्व में रहेगी. रवानगी स्थल पर सभी जोनल, सेक्टर, स्टैटिक मजिस्ट्रेट मौजूद रहे. इनकी देख-रेख में पोलिंग पार्टियों को बूथों पर भेजा गया. डीएम, एडीएम, एसडीएम, प्रेक्षक द्वारा सभी तैयारियों का जायजा लिया जा रहा है. सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी मंडी समिति में कड़े इंतजाम किए गए हैं. पुलिस फोर्स भी पोलिंग पार्टियां के साथ जाएगा. पोलिंग पार्टियों को बूथों तक भेजने के लिए 133 वाहन लगाए गए हैं.