अमरोहाः नौगावां सादात विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए सभी राजनीतिक दल प्रचार में लगे हुए हैं. वोटरों को लुभाने की हर कोशिश की जा रही है, लेकिन वोटरों की नब्ज टटोलना अब इतना आसान नहीं. वोटर जागरूक हैं, इसलिए सोच-समझकर ही निर्णय करने के मूड में हैं. हालांकि भाजपा और सपा का मुकाबला कड़ा दिख रहा है.
इस बार बसपा की चुनावी चमक फीकी पड़ रही है. बसपा प्रमुख मायावती के भाजपा के प्रति भविष्य में मदद करने वाले दिए गए बयान ने भी मुस्लिमों में नाराजगी बढ़ा दी है. इसका सीधा फायदा सपा और कांग्रेस उठाने में जुट गई हैं. हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी को विरोधियों से ज्यादा अपनों से ही नुकसान की आशंका सता रही है.
चेतन चौहान ने 21 हजरा वोटों से दी थी शिकस्त
2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के चेतन चौहान ने मौलाना जावेद आब्दी को करीब 21 हजार मतों से शिकस्त दी थी. उपचुनाव में एक बार फिर सपा ने मौलाना जावेद आब्दी को उम्मीदवार बनाया तो, वहीं भारतीय जनता पार्टी ने भी चेतन चौहान की पत्नी को टिकट दिया, लेकिन बसपा ने इस बार बदलाव करते हुए मुस्लिम उम्मीदवार फुरकान अहमद को मैदान में उतारा है.
वीडियो का पड़ा बुरा असर
चुनाव के दौरान बसपा उम्मीदवार द्वारा शराब परोसने का वीडियो वायरल होने के बाद उनकी छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है. वहीं बसपा कार्यकर्ताओं को एकजुट करने में भी भारी मशक्कत करनी पड़ रही है. ऐसे में सीधी टक्कर भाजपा और सपा के बीच दिख रही है.
कांटे की टक्कर
भाजपा के लिए इस सीट पर अबकी बार चेतन चौहान की आकस्मिक मृत्यु ताकत बनी हुई है. वहीं समाजवादी पार्टी को कृषि बिल और रालोद के गठबंधन होने से लाभ होता दिख रहा है. कुल मिलाकर सपा और भाजपा में कांटे की टक्कर होने के आसार बन रहे हैं. हालांकि प्रचार अब बिल्कुल अंतिम दौर में हैं. कुछ ही घंटे बचे हैं, लेकिन फिलहाल हवा भाजपा और सपा की चल रही है.
सपा जहां इस सीट को जातीय समीकरण के सहारे नैया पार लगाने के मूड में है, वहीं चेतन चौहान की पत्नी अपने पति की मौत की सहानुभूति का फायदा उठाने में लगी हैं और भावुक अपील कर रही हैं.