अमरोहा: जनपद के रहने वाले सिपाही की गुरुवार को बागपत में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मृतक सिपाही प्रवीण का शव शुक्रवार को अंतिम संस्कार के लिए उसके गांव लाया गया. इसी दौरान परिजन सिपाही की हत्या का आरोप लगाते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे. आक्रोशित परिजनों ने नेशनल हाइवे पर जाम लगा कर मुकदमा दर्ज करने की मांग की, जिसके बाद परिजनों की पुलिस से झड़प हो गई.
जानें पूरी घटना
हाइवे से परिजनों को हटाने के दौरान पुलिस ने जाम लगा रहें युवकों को जमकर पीटा. बागपत पुलिस जहां सिपाही द्वारा खुदकुशी करने का दावा कर रही है. वहीं परिजन हत्या की बात कह रहे है. अमरोहा जनपद के सैदनगली थाना क्षेत्र के तरारा गांव के रहने वाले सिपाही प्रवीण 2016 में उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए थे और वर्तमान में उनकी तैनाती बागपत जनपद में थी.
चार भाई-बहनों में सबसे बड़े प्रवीण की मौत गुरूवार को बागपत जनपद की टिकरी पुलिस चौकी में गोली लगने से हुई थी. बागपत पुलिस ने जहां मौत के पीछे खुदकुशी करने का तर्क दिया था. वहीं परिजनों के मुताबिक प्रवीण के सिर पर दो गोली लगी थी.
प्रवीण के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद शुक्रवार को अमरोहा लाया गया, जहां परिजन हत्या का आरोप लगाते हुए नेशनल हाइवे पर जाम लगाने पहुंच गए. दिल्ली-लखनऊ हाइवे पर जाम लगाने को लेकर जमकर हंगामा हुआ.
परिजनों के मुताबिक वो खुदकुशी के दौरान सिपाही द्वारा खुद को दो गोली मारे जाने के दावे से वह सन्तुष्ट नहीं है. परिजन मामले में मुकदमा दर्ज करने और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहें है. बाद में प्रशासन ने परिजनों के मुताबिक कार्रवाई का भरोसा देकर जाम खुलवाया.
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