अमरोहा: जिले के थाना रहरा इलाके के खेलिया खालसा गांव में प्रधान के चुनाव को लेकर बीते गुरुवार रात को मीटिंग हुई. इस दौरान आठ महीने पहले बच्चों के विवाद की वजह से ग्राम प्रधान चुनाव में संभावित प्रत्याशी ओमकार सिंह को वोट देने से रामरतन सिंह ने मना कर दिया. इसके बाद दबंगों ने पीट-पीट कर 45 वर्षीय रामरतन सिंह की हत्या कर दी. जिला अस्पताल अमरोहा में इलाज के दौरान रामरतन ने दम तोड़ दिया. परिजनों ने रहरा थाने में ओमकार, नेमचंद और बालेश के खिलाफ नामजद तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है.
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बच्चों के विवाद में की हत्या
अमरोहा जनपद के रहरा थाना इलाके के अंतर्गत आने वाले गांव खेलिया खालसा के रहने वाले 45 वर्षीय राम रतन सिंह के परिवार के बच्चों का 8 महीने पहले गांव के ही रहने वाले नेमचंद के परिवार के बच्चों के साथ विवाद हो गया था. यह पूरा मामला शांत हो गया था, लेकिन अब गांव में प्रधान का चुनाव शुरू हुआ तो संभावित प्रत्याशियों ने मीटिंग करनी शुरू कर दी. इसी दौरान नेमचंद के पुत्र ओंकार ने भी चुनाव लड़ने का मन बनाया और गांव वालों के साथ मिलकर मीटिंग करने लगा. इसमें सभी लोगों से उसे वोट देने की अपील की, लेकिन गांव के ही रहने वाले राम रतन सिंह और उसके परिवार के लोगों ने उसको वोट देने से मना कर दिया. बस इसी बात से नाराज होकर ओंकार सिंह और उसके परिवार के कुछ लोगों ने मिलकर राम रतन सिंह को आज सुबह खेत से लौटते समय लाठी-डंडों से पीट-पीटकर बुरी तरह घायल कर दिया. जिला अस्पताल अमरोहा में इलाज के दौरान रामरतन ने दम तोड़ दिया, जिसके बाद इस पूरे मामले में मृतक रामरतन के शव को पुलिस ने पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. उसके परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि जिन लोगों ने हत्या की है, उनके खिलाफ वो लोग कार्रवाई चाहते हैं.
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
इस मामले में पुलिस अधीक्षक का कहना है कि सुबह झगड़े की सूचना मिली थी. जिसमें जिला अस्पताल अमरोहा में इलाज के दौरान रामरतन ने दम तोड़ दिया. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में नेमचंद और उसके दो बेटों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करके मृतक रामरतन के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. हत्यारों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.