अमेठी: जिले में निकाय चुनाव स्मृति ईरानी और राहुल गांधी के लिए अग्नि परीक्षा से कम नहीं है. आगामी लोकसभा चुनाव के पूर्व हो रहे निकाय चुनाव को सेमीफाइनल माना जा रहा है. कांग्रेस, बीजेपी और सपा के साथ साथ आम आदमी पार्टी भी इस बार मुकाबले को रोचक बना रही है. काफी इंतजार के बाद बीजेपी ने भी प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है.
गांधी परिवार का गढ़ रही अमेठी में निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी की केंद्रीय मंत्री और सांसद स्मृति ईरानी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रतिष्ठा दांव पर है. अमेठी की सत्ता के लिए कांग्रेस और बीजेपी का संग्राम किसी से छुपा नहीं है. आगामी लोक सभा चुनाव के पूर्व हो रहे निकाय चुनाव को राजनीति के जानकर सेमी फाइनल के रूप में देख रहे है. अमेठी में दो नगर पालिका और दो नगर पंचायत के अध्यक्षों और सभासदों के लिए मतदान दूसरे चरण में है. ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी के अतरिक्त सपा और आम आदमी पार्टी भी सत्ता संग्राम में पीछे नहीं है. जिले की सबसे हॉट सीट अमेठी नगर पंचायत मानी जा रही है. जहां तीन बार से लगातार राजेश मसाला का कब्जा था. इस बार आरक्षण के चलते महिला बैक वर्ड सीट होने से राजेश मसाला चुनाव से बाहर हैं.
अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी ने अंजू कसौधन को कैंडिडेट बनाया है. वहीं कांग्रेस ने इस बार सपा छोड़ कर आए सत्तू की पत्नी सरासुल निशा को उम्मीदवार बनाया है. वही सपा ने लईक हवारी की पत्नी जमीरूल निशा को उम्मीदवार बनाया है. आम आदमी पार्टी ने रीना जायसवाल को उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में इस सीट पर सपा और बीजेपी की लड़ाई को आम आदमी पार्टी ने त्रिकोणीय बना दिया है. इस सीट पर बीजेपी कैंडिडेट को अपनी पार्टी के बागी कैंडिडेट का नुकसान भी उठाना पड़ सकता है. यहां युवा मोर्चा के पूर्व जिला महामंत्री महेश सोनी बागी हो कर अपनी पत्नी का नामांकन निर्दल करा दिया है.
वहीं, अगर गौरी गंज नगर पालिका सीट की बात की जाय तो सपा ने केडी सरोज की पत्नी तारा देवी को उम्मीदवार बनाया है. वहीं बीजेपी ने दीपक सिंह की पत्नी रश्मि सिंह को उम्मीदवार बनाया है. वहीं कांग्रेस ने अरुण मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है. आम आदमी पार्टी भी यहां पीछे नही है. आम आदमी पार्टी ने हरिश्चंद्र को उम्मीदवार बनाया है. यहां बीजेपी के उम्मीदवार दीपक सिंह लंबे अर्से से सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह के करीबी रहे हैं. कुछ दिन पूर्व ही ये बीजेपी में आए.
वही मुसाफिर खाना नगर पंचायत सीट पर बीजेपी ने बृजेश गुप्ता को उम्मीद वार बनाया है. कांग्रेस ने डॉ रमित को उम्मीदवार बनाया है. यहां सपा और आप ने अपने उम्मीदवार मैदान में नही उतारे है. यहां बीजेपी उम्मीदवार बृजेश गुप्ता लगातार दो बार से नगर पंचायत के अध्यक्ष है. वहीं, जायस नगर पालिका में बात किया जाए तो कांग्रेस ने गुड़िया पुत्री राजेंद्र चौहान को उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी ने यहां निर्वतमान नगर पालिका अध्यक्ष की पत्नी बीना सोनकर को उम्मीदवार बनाया है. सपा ने इनके मुकाबले में यहां से उमा देवी को मैदान में उतारा है. वहीं, आम आदमी ने यहां रेखा देवी को उम्मीदवार बनाया है.
ऐसे में देखा जाए तो प्रमुख रूप से कांग्रेस और बीजेपी के अतरिक्त सपा के उम्मीदवारों में लड़ाई देखने को मिल रही है. ऐसे में निकाय चुनाव के परिणाम राहुल गांधी और स्मृति ईरानी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. अब देखना दिलचस्प होगा कि शहर की सरकार की कुर्सी जनता किसे सौंपती है.
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