अमेठी: यूपी सरकार ने कुछ प्रतिबंधों के साथ गाइडलाइन जारी करते हुए 8 जून से सभी धार्मिक स्थलों को खोलने के निर्देश दिए हैं. इस पर मौलवियों और मंदिर के पुजारियों ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अभी धार्मिक स्थलों को खोलने का फैसला सही नहीं है. मौलवियों ने कहा कि नमाज के दौरान एक साथ पांच को जाने की इजाजत दी गई है, ऐसे में किसे अंदर भेजा जाए किसे नहीं, यह एक बड़ी समस्या है.
सरकार का यह फैसला अभी उचित नहीं है
गायत्री माता मंदिर के पुजारी ने कहा कि मेरे हिसाब से सरकार का यह फैसला अभी उचित नहीं है. अगर मंदिर खोलने की अनुमति देनी है तो 2 घंटे सुबह 2 घंटे शाम को ढील दी जा सकती है. वहीं पूरे दिन खोलना उचित नहीं है, क्योंकि यह आस्था की बात है. इस पर किसी भी प्रकार का लगाम लग पाना संभव नहीं दिखाई पड़ रहा है. फिलहाल मेरी तरफ से सरकार के जारी गाइडलाइन का पालन करने की पूरी कोशिश की जाएगी.
गाइडलाइन का पालन होना असंभव है
जिला उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष हरिशंकर जायसवाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में धार्मिक स्थलों को खोलने का कोई प्रश्न ही नहीं उठना चाहिए. सरकार की जारी गाइडलाइन जारी का पूर्णतया पालन नहीं हो पाएगा. उन्होंने कहा क्योंकि भक्तों को सिर्फ भगवान की भक्ति ही सूझती है. पूरे जून तक कम से कम धार्मिक स्थलों को बंद रखना चाहिए था. जून के बाद इस पर स्थित को देखते हुए निर्णय लिया जाना चाहिए था. कोरोना संक्रमण के बढ़ने से लगातार मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है.