अमेठी: जिले के जामो ब्लाक में बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों से जांच के नाम पर खुलेआम वसूली हो रही है. कोरोना के इस संकटकाल में मजदूरों से कुछ मनबढ़ किस्म के लोग वसूली पर उतारू हैं. सरकार की ओर से मुफ्त में मिलने वाले क्वारंटाइन फॉर्म को बाजारों में 5-5 रुपये में बेचा जा रहा है. साथ ही जांच के नाम पर सिर्फ थर्मल स्कैनिंग कर इन्हें वापस लौटा दिया जा रहा है.
5 रुपये में बेचा जा रहा क्वारंटाइन फॉर्म
ट्रक और पैदल चलकर जिले में पहुंचने वाले प्रवासी मजदूरों की राजकीय इंटर कॉलेज में लंबी कतारें लगी हुई हैं. ये प्रवासी मजदूर किसी तरह गांव तो पहुंच गए, लेकिन गांव के अंदर ग्राम प्रधान और ग्रामीण बिना जांच कराए इन्हें घुसने नहीं दे रहे हैं. राजकीय कॉलेज के अंदर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से काउंटर बनाया गया है और वहां कोरोना की जांच की जा रही है, लेकिन क्वारंटाइन फॉर्म के लिए 5 रुपये देने पड़ रहे हैं.
ट्रक से अमेठी पहुंचा हूं ,यहां सरकारी फार्म तो मिल नहीं रहा, बाहर दुकानें खुली हैं, उस पर फार्म मिल रहा है. यहां मैनें 5 रुपए देकर फार्म खरीदा है. सरकार ने कहा था कि ट्रेन चालू करेंगे, मैंने 20 दिन पहले फॉर्म भी भरा था, लेकिन अभी तक ट्रेन नहीं चालू की गई तो वहां से भागना पड़ा.
मोहम्मद तस्लीम, छात्र