अमेठी : उत्तर प्रदेश पुलिस अपने कारनामों से हमेशा चर्चा में बनी रहती है. ताजा मामला अमेठी जनपद का है, जहां जिले के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र की रिपोर्टिंग चौकी इन्हौना में तैनात उपनिरीक्षक का है. जिन पर एक स्थानीय व्यक्ति से अपने बेटे के नाम जमीन खरीद कर जबरन कब्जा करने का आरोप लगा है.
इन्हौना चौकी क्षेत्र के चौनापुर निवासी गया प्रसाद पुत्र त्रिवेणी ने अमेठी पुलिस को शिकायती पत्र देकर बताया कि प्रार्थी के सुल्तानपुर-लखनऊ हाइवे पर सरैया सलारपुर के पास गाटा संख्या 963 में 0.063 हेक्टेयर जरिए बैनामा 2002 में लिया था, जिस पर वह काबिज था. इसी भूमि के पीछे के हिस्सेदार शंकरदेई पुत्री आसरे से 11 जून को वर्तमान इन्हौना चौकी प्रभारी हरदेव बहादुर सिंह ने एक स्थानीय व्यक्ति बब्लू पुत्र राम सरन निवासी सरैया सलारपुर की मदद से अपने पुत्र राहुल सिंह निवासी मझिलहा पोस्ट उदरी जनपद प्रतापगढ़ के नाम फर्जी तरीके से बैनामा करा लिया.
यही नहीं 13 जून से निर्माण कार्य भी प्रारंभ कर दिया. पीड़ित के द्वारा मना करने पर बब्लू और उनके अन्य 10-12 साथी मारपीट पर उतारू हो गए थे. पीड़ित ने जब चौकी पर शिकायत की तो उसे चौकी प्रभारी के द्वारा फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी गई, जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाते हुए चौकी इंचार्ज की दबंगई से छुटकारा दिला कर भूमि पर कब्जा दिलाने की मांग की थी.
उक्त प्रकरण में तत्कालीन अमेठी पुलिस अधीक्षक डॉ ख्याति गर्ग जांच कर दोषियों के खिलाफ दण्डात्मक कार्रवाई का आश्वासन भी दिया था. परंतु उनके कार्यकाल में कोई कार्रवाई नहीं होने से पीड़ित परिवार काफी परेशान चल रहा था. अमेठी के नवागत पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह के कार्यभार ग्रहण करने के बाद, पीड़ित परिवार ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक से फरियाद की. जिस पर पुलिस अधीक्षक ने तत्काल मामले की पूर्ण जानकारी एकत्र करने के बाद चौकी प्रभरी उप निरीक्षक हरदेव बहादुर सिंह निलंबित करते हुए, जांच अपर पुलिस अधीक्षक दयाराम सरोज को सौंपा है. उम्मीद है कि पीड़ित व्यक्ति को न्याय मिलेगा साथ ही ऐसे पुलिस वालों के खिलाफ प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा.