अमेठी: वैश्विक महामारी से पूरा विश्व लड़ रहा है. कोरोना वायरस को मात देने के लिए सभी देश नई-नई तकनीकों के माध्यम से कोशिश में जुटे हुए हैं. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के जनपद अमेठी स्थित औद्योगिक क्षेत्र जगदीशपुर में स्थित बीएचइएल (भेल) कंपनी ने बड़े क्षेत्र को सैनिटाइज करने के लिए एक नई 'बीएचएल मिस्टर/ भेल मिस्टर' मशीन को खुद डिजाइन किया है. कानपुर में निर्माणाधीन उत्तर प्रदेश राज्य बिजली उत्पादक निगम लिमिटेड की पनकी साइट पर इस मशीन का पहला डिस्पैच किया गया.
पनकी कानपुर की यह प्रोजेक्ट साइट भेल द्वारा निर्मित की जा रही है. मीडिया से बात करते हुए भेल कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर गौतम चाकलादार ने बताया कि बीएचएल मिस्टर की छिड़काव क्षमता 20 मीटर तक है. यह किसी भी व्हीकल्स पर माउंट करके थोड़े से समय में ही बहुत अधिक एरिया में छिड़काव कर सकती है. इससे प्रोजेक्ट साइट के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र में भी कीटाणुनाशक का छिड़काव किया जा सकेगा. भेल जगदीशपुर को अभी तक इस भेल मिस्टर मशीन को बनाने के 6 ऑर्डर मिले हैं, जिसे बनाकर भेल सप्लाई करेगा. इन ऑर्डर्स में महाराष्ट्र के भुसावस, झारखंड के पतरातू, ओड़िशा के डार्लिंपल्ली, मध्य प्रदेश के गादरवारा के प्रोजक्ट शामिल हैं.
भेल रानीपैड ने सबसे पहले तैयार की ये मशीन
उन्होंने बताया कि भेल के सभी कर्मियों ने एक-एक दिन की सैलरी इकठ्ठा करके 15.72 करोड़ का कॉन्ट्रिब्यूशन पीएम केअर फंड में किया है. इसके अलावा हमने मिस्टर सैनिटाइजर मशीनें बनाई हैं. ये सैनिटाइज करने का काम करती है. भेल के रानीपैड में सबसे पहले यह मशीन बनी, फिर वहां स्थानीय इलाकों में सप्लाई की गई. इसके बाद चेन्नई व अन्य प्रांतों में भी सप्लाई की गई. अब नए 6 ऑर्डर भेल जगदीशपुर को मिले हैं.
पहली मशीन की गई डिस्पैच
जगदीशपुर स्थित भेल में ये मशीनें उसी डिजाइन में बनाई गई हैं और भेल के जो भी अभी प्रोजेक्ट हैं, उन पर सप्लाई की जा रही हैं. इन प्रोजेक्ट्स में पनकी, पत्रातू, ड्रॉलिपल्लु, मनोगुरु शामिल हैं. इस मशीन से बड़े क्षेत्र में सैनिटाइजेशन का काम आसानी से हो सकता है. ऑर्डर पर पहली मशीन को भेल जगदीशपुर से डिस्पैच किया गया. पूरे भारत में भेल की हर एक यूनिट ऐसा काम कर रही है.