अम्बेडकर नगर: लॉकडाउन को लागू हुए एक महीने से अधिक हो चुके हैं, लेकिन मजदूर अभी भी अपने घरों को जाने के लिए पैदल ही पलायन कर रहे हैं. सरकार दावे तो बहुत कर रही है, लेकिन सरकार के दावों पर मजदूरों को यकीन नहीं हो रहा है, शायद यही वजह है कि ये मजदूर अब घरों को लौट रहे हैं. ये मजदूर भूखे पेट ही मिर्जापुर से बस्ती जाने के लिए 5 दिन का सफर कर अम्बेडकरनगर पहुंचे हैं.
पैदल ही कर रहे सफर
इस लॉकडाउन में सबसे ज्यादा समस्या दिहाड़ी मजदूरों को हो रही है. काम बंद होने के बाद इनके सामने खाने के लाले पड़ गए हैं. अब मजदूर अपने घरों को लौट रहे हैं. साधन नहीं मिल रहा है तो पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर रहे हैं. ऐसे ही कुछ मजदूर अम्बेडकरनगर के टाण्डा क्षेत्र में पकड़ी भोजपुर मार्ग पर दिखे. सर पर बोरी और बैग रखे पैदल सफर कर रहे थे. ये सभी मजदूर बस्ती जिले के कप्तानगंज ब्लाक के खपडई गांव के रहने वाले हैं.
ईटीवी भारत से बयां किया दर्द
पैदल आ रहे मजदूरों से जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने बात की तो उन्होंने अपना दर्द बयां किया. मजदूरों का कहना है कि वे मिर्जापुर में गारा-माटी कर मजदूरी करते थे. लेकिन अब काम बंद हो गया तो खाने की समस्या हो गयी. हम लोगों को बस्ती जाना है, 5 दिन से पैदल चल रहे हैं. बिस्कुट खाकर पानी पीकर हम लोग काम चला रहे हैं. ईटीवी भारत की पहल पर स्थानीय जिला पंचायत सदस्य साधू वर्मा ने इन मजदूरों के लिए फल और भोजन की व्यवस्था की है.