अम्बेडकरनगर : घटिया निर्माण के चलते टूटे पुल के जिम्मेदारों पर कार्रवाई ठंडे बस्ते में पड़ी है. एक माह से अधिक का समय बीत चुका है और अब तक इस भ्रष्टाचार की जिम्मेदारी किसी पर तय नहीं की जा सकी है. जिला प्रशासन जांच के नाम पर कार्रवाई को ठंडे बस्ते में डालने में लगा है.
मामला टाण्डा से बांदा के लिए निर्माणाधीन नेशनल हाईवे 232 का है. हाईवे जनपद मुख्यालय के निकट सिझौली और अफजलपुर गांव के पास से गुजरता है. इस तमसा नदी को पार करने के लिए एनएच पुल का निर्माण हुआ था.
इस निर्माण में भ्रष्टाचार का ऐसा बोलबाला रहा कि पुल की छत दरक गयी थी. जिसे छिपाने के लिए कार्यदायी संस्था ने पुल को तोड़ दिया था. लेकिन, मामला मीडिया में आने के बाद प्रशासन ने एक जांच टीम गठित कर दी. एक माह से अधिक का समय बीत चुका है और उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है.
कार्रवाई के नाम पर प्रशासन आरोपियों को बचाने में जुट गई है और इसके लिए जांच का हवाला दिया जा रहा है. जांच टीम के एसडीएम सदर अभिषेक पाठक का कहना है कि मामले की जांच चल रही है. पुल से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट आने पर कार्रवाई होगी.