लखनऊ : राजधानी में शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक हुई. इसमें प्रयागराज महाकुंभ 2025 से संबंधित राष्ट्रीय राजमार्गाें के कार्याें व सड़क परियोजनाओं की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की गई.
बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि संबंधित राष्ट्रीय राजमार्गाें, बाईपास, इनर रिंग रोड व सेतु निर्माण के शेष कार्याें को हर-हाल में आगामी 25 दिसंबर तक पूर्ण कर लिया जाए. इन निर्माण कार्याें की गुणवत्ता पूर्णतः सुनिश्चित की जाए. सुरक्षा मानकों का विशेष ध्यान रखा जाए.
इन निर्माण कार्याें में 63.17 किलोमीटर रायबरेली से प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण का कार्य व 4 स्थानों पर 04-लेन बाईपास के निर्माण, 7.6 किलोमीटर प्रयागराज इनर रिंग रोड (प्रथम चरण, पैकेज-थर्ड), 10.98 किलोमीटर 02-लेन प्रतापगढ़ बाईपास, 5.10 किलोमीटर 04-लेन जसरा बाईपास तथा 24.2 किलोमीटर प्रयागराज, फाफामऊ में गंगा पर बने सेतु के समानान्तर नये 06-लेन सेतु एवं पहुंच मार्ग के निर्माण कार्य प्रमुख हैं.
बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग-30 (रायबरेली से प्रयागराज खण्ड) में 04 स्थानों-जगतपुर, बाबूगंज, ऊंचाहार, आलापुर पर निर्माणाधीन बाईपास में से 02 पूर्ण हो चुके हैं, शेष 2 को भी समय से पूरा करा लिया जाए. ऊंचाहार बाईपास पर निर्माणाधीन आरओबी के काम में अनावश्यक विलंब न हो. फाफामऊ में गंगा नदी पर बने सेतु के समानांतर नए 06-लेन सेतु एवं पहुंच मार्ग को तय समय में पूर्ण किया जाए.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ-2025 भारत की धार्मिक, सांस्कृतिक व सामाजिक विरासत का समागम है. महाकुम्भ में देश और दुनिया से करोड़ों श्रद्धालुओं व पर्यटकों का आगमन होगा. श्रद्धालुओं व पर्यटकों की सुविधाओं व व्यवस्थाओं के दृष्टिगत केंद्र व राज्य सरकार इन्फ्रास्ट्रक्चर को विकसित कर रही है. राष्ट्रीय राजमार्गाें में 20 किलोमीटर पर एम्बुलेन्स और रिकवरी व्हीकल तथा विशेष परिस्थितियों से निपटने के लिए पेट्रोलिंग वाहन तथा क्रेन की व्यवस्था की जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर घटनाओं के मामले में त्वरित राहत के लिए मौजूदा घटना प्रबंधन प्रणाली के साथ सभी नजदीकी अस्पतालों की मैपिंग होनी चाहिए. प्रयागराज की ओर आने वाले सभी राजमार्गाें में सीसीटीवी तथा स्ट्रीट लाइट्स की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
मुख्यमंत्री ने लखनऊ-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग और बांदा-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग, गोरखपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग के मरम्मत की आवश्यकता बताई. इस पर केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने एनएचएआई के अधिकारियों को इनके सुदृढ़ीकरण के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जनपद सिद्धार्थनगर के नौगढ़ से शोहरतगढ़ होते हुए तुलसीपुर (जनपद बलरामपुर) तक के मार्ग का सुदृढ़ीकरण आवश्यक है. इस पर सहमति जताते हुए केन्द्रीय मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
उत्तर प्रदेश में 1.39 लाख करोड़ के नए सड़क प्रस्तावों पर हुआ विमर्श, डीपीआर शीघ्र तैयार करने के निर्देश इस विशेष समीक्षा बैठक में उत्तर प्रदेश में नए सड़क प्रोजेक्ट पर भी चर्चा की गई. बरेली में एनएच 530 बी के सुदृढ़ीकरण, प्रतापगढ़ जिले में एक बाईपास, प्रयागराज-दोहरीघाट मार्ग को 2 लेन से 4 लेन, बाराबंकी-जरवल-बहराइच मार्ग (एनएच 927) के निर्माण, कबरई-कानपुर कॉरीडोर के निर्माण के संबंध में डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए गए.
वहीं अधिकारियों ने बताया कि शामली-गोरखपुर कॉरीडोर तथा, अलीगढ़-मुरादाबाद-बिजनौर कॉरीडोर की बिड प्राप्त कर ली गई है, जबकि अयोध्या (उतरौला)-प्रयागराज के बीच बेहतरीन कनेक्टिविटी के लिए बिड आमंत्रित की गई है, साथ ही प्रयागराज-वाराणसी-आरा-पटना कॉरीडोर के लिए भी बिड आमंत्रित की गई है. गोरखपुर-जमनिया-सैयदराजा कॉरीडोर तथा गोरखपुर-किशनगढ़-सिलीगुड़ी कॉरीडोर के लिए डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है.