अंबेडकरनगर: जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गईं हैं. निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चौथी बार जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतकर आए साधू वर्मा और भाजपा के बाहुबली सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मुलाकात ने जिले की सियासत में एक नई हलचल पैदा कर दी है. राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि साधू वर्मा जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा प्रत्याशी होंगे.
जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा करने के लिए भाजपा, बसपा और सपा तीनों ही दल पूरा जोर लगाए हुए हैं. चुनाव के इस दौर में निर्दल उम्मीदवार के रूप में 10 हजार से अधिक मतों से चुनाव जीते श्याम सुंदर वर्मा उर्फ साधू वर्मा ने अपनी उम्मीदवारी सबसे पहले जताकर अपने मंसूबों का इजहार कर दिया था. बताया जा रहा है कि भाजपा को भी किसी ऐसे जनाधार वाले नेता की तलाश थी, जिसको अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाने के बाद आगामी विधानसभा चुनाव में भी उसका लाभ मिल सके. भाजपा के बाहुबली सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी और साधू वर्मा के मुलाकात की जानकारी दी.
इसके साथ ही अम्बेडकरनगर के साथ देवीपाटन मंडल में भी पार्टी के परचम को लहराने का संदेश दिया. इस मुलाकात के बाद तस्वीर साफ हो गई है कि साधू वर्मा ही जिला पंचायत अध्यक्ष पद के प्रत्याशी होंगे. पार्टी के सूत्र बता रहे हैं कि प्रदेश स्तरीय नेताओं ने पहले ही हरी झंडी दे दी है. दो दिन पहले ही प्रदेश अध्यक्ष, संगठन मंत्री सुनील बंसल और प्रभारी मंत्री बृजेश पाठक से मुलाकात हो चुकी है.
कौन हैं साधू वर्मा
साधू वर्मा का जन्म टांडा विधान सभा क्षेत्र के ग्राम भसड़ा के एक किसान परिवार में हुआ था. इलाहाबाद विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में एमए. करने के बाद वर्ष 2005 में पहली बार राजनीति में कदम रखा. जिला पंचायत सदस्य पद के लिए निर्दल ही चुनाव लड़ कर बसपा प्रत्याशी को कड़ी शिकस्त दी थी. इस बार के चुनाव में भी साधू वर्मा ने निर्दल प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर 10 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की. जिले की राजनीति में एक इतिहास रचा. साधू वर्मा अब तक चार बार जिला पंचायत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. साधू वर्मा का जहां टांडा विधानसभा क्षेत्र में एक छत्र राज है, वहीं जलालपुर और कटेहरी विधानसभा क्षेत्र में भी जबरदस्त प्रभाव है.
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