अम्बेडकर नगर: गर्मी अपने पुराने रिकार्ड तोड़ रही है. जून की दोपहरी की चिलचिलाती धूप में मानो आसमान से अंगारे बरस रहे हों. सूरज की तपन और धरती की उमस का असर अब लोगों के स्वास्थ पर भी पड़ने लगा है. उल्टी और दस्त की शिकायत आम है लेकिन इस मौसम में हीट स्ट्रोक होना बहुत खतरनाक है. गर्मी की वजह से लगातार अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है.
जरा सी लापरवाही लोगों के लिये जानलेवा साबित हो सकती है. इस हीट स्ट्रोक से लोग अपना बचाव कैसे करें इसके लिए मेडिसिन विभाग के डॉ. मुकेश राना ने हीट स्ट्रोक पर बचाव और उपचार बता कर लोगों को जानकारी दी.
हीट स्ट्रोक के लक्षण
अत्यधिक गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक होता है. ऐसे में लोगों को यह बीमारी ज्यादा होने की संभावना होती है, जो धूप में कार्य करते है. हीट स्ट्रोक होने पर शरीर का तापमान अचानक बढ़ जाता है. शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है. प्यास अत्यधिक लगती है और कभी कभी तो आदमी का दिमाग कार्य करना बंद कर देता है. शरीर की त्वचा सूख जाती है या रूखापन होने लगता है.
हीट स्ट्रोक से बचाव
- इस बीमारी से बचने के लिए लोगों को ढके हुए सूती कपड़े पहनने चाहिए.
- प्यास न लगे फिर भी पानी खूब पीना चाहिए जिससे शरीर मे पानी की मात्रा कम न हो.
- तैलीय भोजन का प्रयोग कम करें.
- अल्कोहल, कॉफी आदि का सेवन करने से बचना चाहिए.
- कुछ घरेलू उपाय हैं जिनका प्रयोग करने से इस बीमारी से बचा जा सकता है जैसे पानी ,नींबू का अधिक प्रयोग, मट्ठा का सेवन, खीरा, ककड़ी, खरबूज और तरबूज जैसे फलों का सेवन अधिक करें.
- हीट स्ट्रोक के लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें क्योंकि जरा सी लापरवाही जानलेवा हो सकती है.