अंबेडकरनगर: शातिराना तरीके से ऑनलाइन फ्रॉड कर एक ही खाते से 2,96,695 रुपये निकालने वाले गिरोह के दो जालसाजों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके पास से एक लाख 62 हजार रुपये भी बरामद हुए हैं. पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि जालसाजों ने पीड़ित के मोबाइल नम्बर का डुप्लीकेट सिम का प्रयोग कर, इस ठगी को अंजाम दिया और इसमें खताधारक के एक करीबी ने ही मदद की. गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों को पुलिस ने जेल भेज दिया है, जबकि इसका मास्टरमाइंड अब भी फरार है.
भीटी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पमौली निवासी रवि प्रकाश ने गत 31 मई को पुलिस से शिकायत की थी कि उसके बड़ौदा बैंक के खाते से 2,96,695 रुपये किसी ने निकाल लिए हैं. जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर एसओजी और स्थानीय पुलिस ने छानबीन शुरू की और दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है कि इन जालसाजों के गिरोह ने रवि के एक करीबी ने पहले एटीएम कार्ड की फोटो कॉपी, पिन नम्बर और आधार नम्बर ले लिया, जिसके बाद रवि के चेहरे से मिलता जुलता एक आदमी खड़ाकर उसका मोबाइल नम्बर बन्द कराकर उसी नम्बर पर दूसरा सिमकार्ड लिया.
इसके बाद गूगल अकाउंट पर जाकर पे-अकाउंट बनाया और यूपीआई पेमेंट के माध्यम से ग्राहक सेवा केंद्रों से नगद रुपये ट्रांसफर किए. इन्होंने दो दिनों के अंदर 2,96,695 रुपये निकाल लिए. पुलिस ने अजय और सत्यनारयन तिवारी को गिरफ्तार कर भेज दिया है.
एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि रवि नामक व्यक्ति ने अपने खाते से अनाधिकृत पैसा निकलने की शिकायत की थी, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की तो दो लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली. इसका मास्टरमाइंड मोनल उर्फ साहेब आलम फरार है. इस बात की भी जांच हो रही है कि कहीं ग्राहक सेवा केंद्र का संचालक भी तो इसमें शामिल नहीं है. गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से तीन मोबाइल फोन व एक लाख 62 हजार रुपये बरामद किए गए हैं.