अम्बेडकरनगर: छेड़छाड़ के आरोपों में घिरे राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रशासन पर अब दलित डॉक्टर के उत्पीड़न का आरोप लगा है. कॉलेज के ही सीनियर डॉक्टर पर आरोप है कि उसने एक जूनियर डॉक्टर को मुर्गा बनाया और फिर उसकी पिटाई की. पीड़ित जूनियर डॉक्टर ने कॉलेज के प्रधानाचार्य सहित पुलिस को तहरीर दी है.
जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर ने लगाया उत्पीड़न का आरोप
मामला महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर का है. बताया जा रहा है कि बीते शुक्रवार को एक मेडिकल छात्रा के साथ मेडिकल जांच के नाम पर छेड़छाड़ का मामला सामने आया था. हलाकि इस बारे में पीड़ित ने कोई शिकायत नहीं की थी, लेकिन वहां तैनात इंटर्न की शिकायत पर कॉलेज प्रशासन ने एक जांच कमेटी बनाई. इसी मामले को लेकर कॉलेज में तैनात एक सीनियर डॉक्टर (जो कि टीचिंग के क्षेत्र) में तैनात हैं. उसने एक जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर शैलेन्द्र को पहले थप्पड़ों से मारा और फिर उसे मुर्गा बनाया. पीड़ित डॉक्टर का आरोप है कि उसे कॉलेज के अन्य डॉक्टरों और कर्मचारियों के सामने मारा गया और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर मुर्गा बनाया गया.
पीड़ित ने इसकी शिकायत मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. पीके सिंह और पुलिस से की है. हालांकि कॉलेज के सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक, कॉलेज प्रशासन पहले की तरह इस मामले को भी लीपा पोती करने में लगा है. प्रधानाचार्य डॉ पीके सिंह से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन फोन रिसीव न होने के कारण बात नहीं हो सकी. मेडिकल कॉलेज पुलिस चौकी प्रभारी अंजनी कुमार ने बताया कि तहरीर मिली है, जिसमें डॉ. आशीष यादव पर लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है. कॉलेज भी कमेटी बनाकर जांच कर रहा है.