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अंबेडकरनगर: सरकारी अस्पताल में सफाईकर्मी कराती है प्रसव, चिकित्सक नदारद

सूबे के अंबेडकरनगर जिले की स्वास्थ व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है और आलम यह है कि सरकारी अस्पताल में चिकित्सकों के न होने की स्थिति में सफाईकर्मी प्रसव कराती है. वहीं, सीएचसी प्रभारी डॉ. विजय बहादुर से जब उक्त विषय पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि यहां जितने भी डॉक्टर हैं, सभी अपने साथ 5-6 कर्मी लेकर आते हैं. कई बार मैंने रोकने की कोशिश की, पर कोई लाभ नहीं हुआ.

सरकारी अस्पताल में सफाईकर्मी कराती है प्रसव
सरकारी अस्पताल में सफाईकर्मी कराती है प्रसव
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Published : Oct 1, 2021, 7:47 AM IST

अंबेडकरनगर: सूबे के अंबेडकरनगर (Ambedkarnagar) जिले की स्वास्थ व्यवस्था पूरी तरह से चौपट (Health system completely destroyed) हो गई है और आलम यह है कि सरकारी अस्पताल में चिकित्सकों के न होने की स्थिति में सफाईकर्मी प्रसव (government hospital sweeper does delivery) कराती है. दरअसल, जिन सरकारी अस्पतालों पर मरीजों की जिंदगी संवारने व बचाने का जिम्मा है, वहां चिकित्सकों की गैर मौजूदगी मरीजों के लिए आफत बन गई है और आए दिन यहां मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ हो रहा है. लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं है.

सरकारी अस्पताल में सफाईकर्मी कराती है प्रसव

इतना ही नहीं यहां अस्पताल में प्रसव के नाम पर सात हजार रुपए की वसूली (recovers seven thousand rupees) भी होती है. अंबेडकरनगर के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर की गैर मौजूदगी में सफाईकर्मी ही प्रसव करा रही है. हालांकि, जब उक्त मामले की तस्वीरें सामने आने के बाद महकमें में हड़कंप मच गया है.

दरअसल, यह मामला समुदायिक स्वास्थ केंद्र बसखारी का है. बताया जा रहा है कि सीएचसी बसखारी के अधीन 30 शैय्या का मातृ शिशु अस्पताल का संचालन हो रहा है, जहां तैनात महिला डॉक्टर अपने साथ प्राइवेट कर्मचारी रखती हैं और उन्हीं अप्रशिक्षित कर्मियों से इलाज कराती हैं. इन महिला कर्मियों के माध्यम से डॉक्टर प्रसूता महिलाओं से वसूली भी करती हैं.

इसे भी पढ़ें - फर्रुखाबाद में संदिग्ध हालत में युवक को घर के बाहर फेंका, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

हालांकि, सरकारी अस्पताल में सफाईकर्मी के प्रसव कराने की तस्वीरें सामने आने के बाद वहां की हकीकत परखने के लिए जब ईटीवी भारत की टीम सीएचसी बसखारी पहुंची तो वहां की स्थिति देख हम हैरान रह गए. महिला चिकित्सक के कमरे में हमें वही महिलाकर्मी मिली, जो वायरल वीडिओ में प्रसव कराते नजर आई थीं.

वहीं, मरीज बनकर खुफिया कैमरे के जरिए जब इनसे बात की गई तो एक सफाईकर्मी ने कहा कि मैं डॉक्टर साहब के साथ रहती हूं. प्रसव यहां करवाइए या बाहर अस्पताल में मैडम दोनों जगह मिल जाएंगी. यहां कराएंगे तो सात हजार और प्राइवेट में हुआ तो 25 हजार रुपए लगेंगे.

इधर, डॉक्टर से मिलवाने की बात पर सफाईकर्मी महिला बिना लेटलतीफी किए उसे बुला लाई और जब डॉक्टर वहां आई तो उसने कहा कि यहां जो भी व्यवस्था है वो मेरी है.

खैर, हम सलीके से बातचीत के बाद वहां से निकल गए और फिर उक्त मामले पर जब हमने सीएचसी प्रभारी डॉ. विजय बहादुर से बात की तो उन्होंने कहा कि यहां जितने भी डॉक्टर हैं, सभी अपने साथ 5-6 कर्मी लेकर आते हैं. मैंने रोकने की कोशिश की पर कोई मेरी बात ही नहीं सुनता.

अंबेडकरनगर: सूबे के अंबेडकरनगर (Ambedkarnagar) जिले की स्वास्थ व्यवस्था पूरी तरह से चौपट (Health system completely destroyed) हो गई है और आलम यह है कि सरकारी अस्पताल में चिकित्सकों के न होने की स्थिति में सफाईकर्मी प्रसव (government hospital sweeper does delivery) कराती है. दरअसल, जिन सरकारी अस्पतालों पर मरीजों की जिंदगी संवारने व बचाने का जिम्मा है, वहां चिकित्सकों की गैर मौजूदगी मरीजों के लिए आफत बन गई है और आए दिन यहां मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ हो रहा है. लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं है.

सरकारी अस्पताल में सफाईकर्मी कराती है प्रसव

इतना ही नहीं यहां अस्पताल में प्रसव के नाम पर सात हजार रुपए की वसूली (recovers seven thousand rupees) भी होती है. अंबेडकरनगर के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर की गैर मौजूदगी में सफाईकर्मी ही प्रसव करा रही है. हालांकि, जब उक्त मामले की तस्वीरें सामने आने के बाद महकमें में हड़कंप मच गया है.

दरअसल, यह मामला समुदायिक स्वास्थ केंद्र बसखारी का है. बताया जा रहा है कि सीएचसी बसखारी के अधीन 30 शैय्या का मातृ शिशु अस्पताल का संचालन हो रहा है, जहां तैनात महिला डॉक्टर अपने साथ प्राइवेट कर्मचारी रखती हैं और उन्हीं अप्रशिक्षित कर्मियों से इलाज कराती हैं. इन महिला कर्मियों के माध्यम से डॉक्टर प्रसूता महिलाओं से वसूली भी करती हैं.

इसे भी पढ़ें - फर्रुखाबाद में संदिग्ध हालत में युवक को घर के बाहर फेंका, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

हालांकि, सरकारी अस्पताल में सफाईकर्मी के प्रसव कराने की तस्वीरें सामने आने के बाद वहां की हकीकत परखने के लिए जब ईटीवी भारत की टीम सीएचसी बसखारी पहुंची तो वहां की स्थिति देख हम हैरान रह गए. महिला चिकित्सक के कमरे में हमें वही महिलाकर्मी मिली, जो वायरल वीडिओ में प्रसव कराते नजर आई थीं.

वहीं, मरीज बनकर खुफिया कैमरे के जरिए जब इनसे बात की गई तो एक सफाईकर्मी ने कहा कि मैं डॉक्टर साहब के साथ रहती हूं. प्रसव यहां करवाइए या बाहर अस्पताल में मैडम दोनों जगह मिल जाएंगी. यहां कराएंगे तो सात हजार और प्राइवेट में हुआ तो 25 हजार रुपए लगेंगे.

इधर, डॉक्टर से मिलवाने की बात पर सफाईकर्मी महिला बिना लेटलतीफी किए उसे बुला लाई और जब डॉक्टर वहां आई तो उसने कहा कि यहां जो भी व्यवस्था है वो मेरी है.

खैर, हम सलीके से बातचीत के बाद वहां से निकल गए और फिर उक्त मामले पर जब हमने सीएचसी प्रभारी डॉ. विजय बहादुर से बात की तो उन्होंने कहा कि यहां जितने भी डॉक्टर हैं, सभी अपने साथ 5-6 कर्मी लेकर आते हैं. मैंने रोकने की कोशिश की पर कोई मेरी बात ही नहीं सुनता.

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