अम्बेडकर नगर: शासन के लाख दावों के बावजूद धान खरीद को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों की मनमानी चरम पर है. इनकी कारगुजारियों से जहां किसानों की मुसीबतें बढ़ रही हैं, वहीं सरकार की मंशा भी तार-तार हो रही है. खरीद में पारदर्शिता का दावा भी सवालों के घेरे में है. केंद्र प्रभारी द्वारा खरीद में हीला-हवाली करने से केंद्र के बाहर सड़क पर दो दर्जन से अधिक गाड़ियों की लाइन लग गई है. किसानों की शिकायत पर मौके पर पहुंची स्थानीय विधायक संजू देवी ने जिम्मेदारों को जमकर फटकार लगाया.
- मामला एफसीआई के क्रय केंद्र सेवा राइस मिल का है.
- उक्त क्रय केंद्र पर धान खरीद में मनमानी का सिलसिला काफी दिनों से चल रहा है.
- खरीद न होने के कारण केंद्र पर किसानों के गाड़ियों की लाइन लग गई.
- आलम यह हो गया कि केंद्र के बाहर सड़क पर 24 से अधिक गाड़ियों की लाइन लग गई.
- केंद्र प्रभारी तौल करने से इनकार करते रहे और किसान तौल कराने के लिए अड़े रहे.
- इस दौरान किसानों और केंद्र प्रभारी में झड़प भी हुई.
- किसानों की शिकायत स्थानीय विधायक संजू देवी के पास पहुंची तो वे भी क्रय केंद्र पर पहुंच गईं.
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विधायक ने केंद्र प्रभारी शशांक तिवारी और एमओ अवधेश कुमार से धान न खरीदने का कारण पूछा? जिस पर केंद्र प्रभारी के उल-जलूल जवाबों से विधायक भड़क गईं. तत्काल तौल शुरू करने का निर्देश दिया. विधायक के तल्ख तेवरों के बाद केंद्र प्रभारी और एमओ ने एक दिन में 600 कुंतल धान खरीदने का आश्वासन दिया. एफसीआई धान खरीद के लिए जिले के बड़ी एजेंसी के रूप में शुमार है, लेकिन यह बिडम्बना ही है कि इस क्रय केंद्र पर खरीद की सिर्फ औपचारिकता ही हो रही है.
किसानों का आरोप है कि हम 15- 20 दिनों से यहां प्रतिदिन आ रहे हैं. तब से यहां केवल दो ट्रॉली धान तौला गया है. जबकि कागजों में हजारों कुंतल की खरीद दिखाई गई है. इस बात की शिकायत जब किसानों ने विधायक से की तो उन्होंने खरीद रजिस्टर मांगा. रजिस्टर में एक दिन 24 कुंतल, तो एक दिन 450 कुंतल से अधिक खरीद दिखाई गई है.