फिरोजाबाद : नारखी विकासखंड क्षेत्र के मोहम्मदी गांव के सरकारी स्कूल के शौचालय में छात्र को बंद करने पर बेसिक शिक्षक अधिकारी (बीएसए) ने कड़ा एक्शन लिया है. बीएसए ने विद्यालय के प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया है. इसके बाद अन्य लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है. बहरहाल घटना के बाद से छात्र काफी डरा-सहमा है और उसके परिजनों ने उसे विद्यालय भेजने से इनकार कर दिया है.
मामला नारखी विकासखंड इलाके के मोहम्मदी गांव के सरकारी स्कूल का है. इसी स्कूल में समीपवर्ती गांव कंचनपुर निवासी छह वर्षीय बच्चा कक्षा 2 का स्टूडेंट है. सोमवार को बच्चा विद्यालय पढ़ने गया था. स्कूल टाइम में वह शौचालय गया था. इसी दौरान छुट्टी हो गई और सभी शिक्षक विद्यालय में ताला लगाकर चले गए. इसके बाद यश कुमार शौचालय में ही रह गया. इधर, काफी देर तक यश घर नहीं पहुंचा तो परिजनों को चिंता हुई. परिजन यश को खोजते हुए स्कूल पहुंचे, जहां शिक्षा मित्र ने स्कूल खोला तो बालक शौचालय में बंद मिला. यश बदहवास हालत में बाहर निकला. इसके बाद परिजनों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से शिकायत की.
बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी को मामले की जांच सौंपी थी. बीएसए आशीष कुमार पांडेय ने बताया कि इस मामले में प्रथम दृष्टया हेडमास्टर प्रवीण कुमार की लापरवाही सामने आने के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया है. कुछ और शिक्षकों की भूमिका की जांच की जा रही है. इधर, मंगलवार को छात्र स्कूल नहीं गया. पिता ने बताया कि वह काफी डरा सहमा है. अभी वह स्कूल जाने से मना कर रहा है.
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