लखनऊ: बांग्लादेश सनातन जागरण मंच के प्रवक्ता और चटगांव स्थित पुंडरीक धाम के प्रमुख चिन्मय कृष्ण दास को सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इस घटना पर ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस गिरफ्तारी को हिंदू समुदाय को बदनाम करने की "सुनियोजित साजिश" करार दिया है.
मौलाना अब्बास ने बांग्लादेश सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस तरह के गंभीर आरोप न केवल बांग्लादेश के सामाजिक ताने-बाने को कमजोर कर रहे हैं, बल्कि भारत-बांग्लादेश के संबंधों को भी प्रभावित कर सकते हैं. उन्होंने चिंता व्यक्त की कि बांग्लादेश कहीं पाकिस्तान के नक्शे कदम पर न चल पड़ा है.
उन्होंने कहा कि यह घटना न केवल बांग्लादेश के अल्पसंख्यक समुदायों के लिए चिंता का विषय है, बल्कि यह पूरे दक्षिण एशिया में धार्मिक सौहार्द के लिए एक चेतावनी भी है. इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने और बांग्लादेश पर दबाव बनाने का आग्रह किया. ऐसी घटनाएं मानवाधिकारों का उल्लंघन है और इन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
उन्होंने कहा कि चिन्मय कृष्ण दास किसी खास एजेंडे के तहत यह कार्रवाई की गई है. उन्होंने मांग की कि भारतीय सरकार इस मामले में सक्रिय भूमिका निभाए और यह सुनिश्चित करे कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के अधिकारों और सुरक्षा की गारंटी दी जाए.
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