अम्बेडकर नगर: हाउस टैक्स और वाटर टैक्स वसूली को लेकर विवादों में घिरी टांडा नगरपालिका के हुक्मरानों पर अब कार्रवाई की तलवार लटकने लगी है. दस सालों से टैक्स बकाया की वसूली में हुई देरी पर अब जिम्मेदारों पर कार्रवाई का शिकंजा कसना शुरु हो गया है. टांडा नगरपालिका में साल 2010 में हाउस और वाटर टैक्स लगाया गया था, लेकिन राजनीतिक पैतरेबाजी में नागरिकों को आश्वसत कर दिया गया कि टैक्स जमा नहीं करना हैं, लेकिन अब नगरपालिका प्रशासन 30 पैसे से लेकर 1 रूपये 50 पैसे प्रति स्क्वायर फिट के हिसाब से हाउस टैक्स वसूल रही है.
टैक्स वसूली को लेकर बोर्ड और ईओ में तकरार बढ़ी तो ईओ ने बोर्ड के गतिविधियों की जांच करने के लिए शासन को पत्र भेज दिया. इसके बाद शासन स्तर पर जांच शुरु हो गई. गौरतलब है कि साल 2010 से टांडा नगरपालिका में हाउस और वाटर टैक्स की वसूली नहीं हुई थी. ईओ मनोज कुमार ने वसूली की प्रक्रिया शुरु कराई तो विवाद बढ़ने लगा. इसके बाद अब पूरे मामले की जांच के लिए शासन को पत्र भेजा गया है.
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लगभग 2 करोड़ 40 लाख का बकाया है. जांच में जो भी जिम्मेदार मिलेगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी.
मनोज कुमार, ईओ