अंबेडकरनगर : बेमौसम हुई बरसात ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है. खेतों में मड़ाई के लिए तैयार गेहूं की फसले भीगकर बर्बाद हो गई हैं. मौसम ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया. इस बरसात की वजह से किसानों के चेहरे पर चिंता दिखाई दे रही है और वे मायूस हो गए हैं.
मौसम की मार इस साल किसानों पर भारी पड़ रही है. रबी की फसल के इस सीजन में मौसम ने शुरुआती दौर से ही किसानों को नुकसान पहुंचाया है. बारिश ने फसलों को पकने से पहले ही उसे नष्ट कर दिया है. ओलावृष्टि के कारण सरसों, मटर, चना, गेहूं आदि की फसलें पूरी तरह से चौपट हो गई है. गेहूं की मड़ाई के समय बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है. तपती दोपहरी में किसानों ने पसीना बहाकर गेहूं की कटाई कर उसे मड़ाई के लिए तैयार किया था, लेकिन इस बारिश ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया.
अंबेडकरनगर: बेमौसम बरसात ने किसानों की तोड़ी कमर, सपनों पर फिरा पानी
उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले में बेमौसम बरसात की वजह से किसानों के सपने बिखर गए हैं. इस बरसात से खेतों में लगी गेहूं की फसलें गिर गई हैं. ओलावृष्टि के कारण सरसों, मटर, चना, गेहूं आदि की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं.
अंबेडकरनगर : बेमौसम हुई बरसात ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है. खेतों में मड़ाई के लिए तैयार गेहूं की फसले भीगकर बर्बाद हो गई हैं. मौसम ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया. इस बरसात की वजह से किसानों के चेहरे पर चिंता दिखाई दे रही है और वे मायूस हो गए हैं.
मौसम की मार इस साल किसानों पर भारी पड़ रही है. रबी की फसल के इस सीजन में मौसम ने शुरुआती दौर से ही किसानों को नुकसान पहुंचाया है. बारिश ने फसलों को पकने से पहले ही उसे नष्ट कर दिया है. ओलावृष्टि के कारण सरसों, मटर, चना, गेहूं आदि की फसलें पूरी तरह से चौपट हो गई है. गेहूं की मड़ाई के समय बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है. तपती दोपहरी में किसानों ने पसीना बहाकर गेहूं की कटाई कर उसे मड़ाई के लिए तैयार किया था, लेकिन इस बारिश ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया.