अम्बेडकरनगर: खाकी की नौकरी छोड़ जरायम की दुनिया का बादशाह बनने वाले माफिया अजय सिंह सिपाही पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. प्रशासन अब गैंगस्टर एक्ट के तहत अजय सिंह की सम्पत्तियों पर कार्रवाई करने की तैयारी में है, जबकि एक करीबी के कंस्ट्रक्शन कंपनी के खाते को सीज कर दिया गया है.
महरुआ थाना क्षेत्र के ग्राम लोकनाथपुर निवासी अजय सिंह सिपाही पुत्र चन्द्रभान सिंह कटेहरी ब्लॉक से ब्लॉक प्रमुख है. बताया जा रहा है कि वर्ष 2001 में सुलतानपुर दीवानी कांड में एमएलसी शैलेंद्र सिंह का गनर रहते हुए उनकी मौजूदगी में सरकारी असलहे से गोली चला कर अपराध की दुनिया में कदम रखा था. अजय सिंह सिपाही के विरुद्ध जिले के विभिन्न थानों में 29 मुकदमे दर्ज हैं. सरकार की सख्ती के बाद अब जिला प्रशासन ने अजय सिंह सिपाही पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.
एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि अजय सिंह सिपाही की सम्पत्ति निशाने पर है और इसके एक साथी पवन सिंह पुत्र हरिहर सिंह निवासी थाना तारुन जिला अयोध्या के साई कंस्ट्रक्शन कंपनी के खाते को सीज कर दिया गया है.
बताया जाता है कि जिले में अपराधियों की फेहरिस्त लंबी है, लेकिन अजय सिंह सिपाही एक ऐसा नाम है, जिसका सिक्का गैर जनपदों में भी चलता है. हत्या, फिरौती और रंगदारी इसका पेशा है. मानव जिंदगियों से खेलना इसका शौक बन गया है. हुकूमत किसी भी पार्टी की हो, जेल में ही बैठ कर अपने नेटवर्क और गुर्गों के सहारे इसने जरायम की दुनिया में अपना दखल बरकरार रखा है.
अजय सिपाही सरकार की ओर से घोषित जिले का टॉप 2 अपराधी है. सपा सरकार में इसे सरकार का संरक्षण मिला और अब भाजपा सरकार में भी अपना संरक्षक खोजने में सफल रहा. अजय सिपाही सोशल मीडिया के सहारे खुलेआम जौनपुर के पूर्व सांसद धन्नजय सिंह के साथ अपने रिश्तों का इजहार कर चुका है. धन्नजय की पत्नी को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पार्टी में शामिल करा चुके हैं.