प्रयागराज: कुंभ के पांचवे मुख्य पर्व माघी पूर्णिमा स्नान करने के लिए सोमवार शाम से ही श्रद्धालुओं का रेला संगमनगरी में लगा हुआ है. सूरज की पहली किरण के साथ ही संगम में आस्था की डुबकी लगना शुरू हो गई. आज के दिन श्रद्धालु मां गंगा में स्नान करके भगवान सूर्य को सूर्य अर्घ देते हैं.
मान्यता है कि इस दिन स्नान करने से परिवार के कष्टों का हरण होता है. कुंभनगरी में लाखों की संख्या में स्नानार्थी संगम पहुंचकर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. स्नान को लेकर मेला प्रशासन ने घाट पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए हैं. घाटों पर महिला पुलिस से लेकर पैरामिलिट्री फोर्स भी तैनात की गई है.
एक दूजे के हाथ पकड़े स्नानार्थी पहुंचे संगमनोज
माघी पूर्णिमा स्नान पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का घाटों पर रेला लगा हुआ है. देश के अलग-अलग कोने से आने वाले श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं. 20 से 40 के गुटों में श्रद्धालु एकदूसरे का हाथ पकड़े हुए कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं. महिलाएं मां गंगे का गीत गाती हुई अपने गंतव्य स्थान पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य कमा रही हैं. इसके साथ ही घाट पर ही महिलाएं एकसाथ बैठकर स्नान करने के बाद ही विधि विधान से पूजा पाठ कर रहीं हैं.
हर मार्ग से आए श्रद्धालु
माघी पूर्णिमा स्नान करने के लिए बिहार, बुंदेलखंड, रांची और झांसी से लेकर देश के अलग-अलग कोने से श्रद्धालु संगमनगरी पहुंचे. इस पर्व पर डुबकी लगाकर श्रद्धालु अपने घर के लिए रवाना हुए. बिहार से आये लल्लू राम बताते हैं कि हम सभी बिहार से माघी पूर्णिमा पर्व के दिन स्नान करने के लिए आए हुए हैं. हमारे पूर्वजों ने बताया है कि इस दिन स्नान करने से घर में शांति बनी रहती है.